बागपत: बड़ौत 'निर्वाण लड्डू महोत्सव' हादसे की न्यायिक जांच शुरु, सामने आएगा 8 मौतों का सच
UP News: बड़ौत में 28 जनवरी 'निर्वाण लड्डू महोत्सव' के दौरान हुए हादसे की न्यायिक जांच शुरू हो गई है, दिगंबर जैन कॉलेज के मैदान में आयोजित कार्यक्रम में हादसे में आठ लोगों की मौत हुई थी.

Baghpat Laddu Mahotsav Accident: उत्तर प्रदेश के बागपत के बड़ौत में 'लड्डू महोत्सव' के दौरान हुए हादसे की जांच के न्यायिक जांच शुरु हो गई है. बड़ौत शहर के दिगंबर जैन कालेज के मैदान पर 28 जनवरी को निर्वाण लड्डू महोत्सव के दौरान हादसे में आठ श्रद्धालुओं की मौत हुई थी. मजिस्ट्रियल जांच से स्पष्ट होगा कि आयोजन में लापरवाही कहां हुई है.
आदिनाथ भगवान के निर्वाण महोत्सव पर दिगंबर जैन कालेज के मैदान पर 'निर्वाण लड्डू महोत्सव' के लिए जमीन से 65 फीट ऊंचे मान स्तंभ पर जाने के लिए लगभग 117 फीट ऊंचा लकड़ी की बल्लियों का सीढ़ीनुमा मचान बनाया गया था, जिसका ठेका बरनावा गांव के वसीम के पास था और आठ-दिन दिनों में आठ कारीगरों ने मचान बना दिया. महोत्सव शुरू होने के कुछ ही देर बाद श्रद्धालुओं के बोझ से मचान भरभराकर ढह गया. घटना में सात लोगों की मौत हो गई थी, जबकि 50 घायल हो गए थे. वहीं एक अन्य महिला श्रद्धालु अंजू जैन ने उपचार के दौरान दम तोड़ दिया.
निष्पक्ष जांच हुई तो कईयों की फंसेगी गर्दन
हादसे के बाद सवाल यह है कि आठ श्रद्धालुओं की मौत का जिम्मेदार कौन है? मजिस्ट्रियल जांच से इसका पर्दा उठेगी और यह तभी संभव होगा, जब पूरे हादसे की निष्पक्ष जांच होगी. अभी तक आरोपित ठेकेदार को ही कार्रवाई के दायरे में लाया गया है. जबकि न केवल महोत्सव के आयोजक आदिनाथ भक्तामर प्रचार संगठन, बड़ौत की जिम्मेदारी बनती थी बल्कि पुलिस-प्रशासन और दूसरे संबंधित विभाग के कर्मचारी और अधिकारियों को भी हादसे से पहले मचान के मानकों को देख लेना चाहिए था कि वह मानक के अनुसार बना या नहीं. लेकिन सभी ने यह मान लिया कि 26 साल से यह परंपरागत महोत्सव है और सकुशल संपन्न हो जाएगा.
डीएम अस्मिता लाल के निर्देश पर एडीएम न्यायिक सुभाष सिंह की अध्यक्षता में गठित मजिस्ट्रयल जांच टीम के दायरे में कई का आना तय है. यदि जांच पर लीपापोती की एक भी परत चढ़ा दी गई तो ठेकेदार को छोड़कर हादसे के दूसरे जिम्मेदारों का सामने आना संभव नहीं होगा. इसलिए सभी लोगों की निगाहें मजिस्ट्रियल जांच पर लगी हुई है.
एक और मौत ने बढ़ाई मृतकों की संख्या
हादसे में तरसपाल जैन, अमित जैन, उषा जैन, अरुण जैन, शिल्पी जैन, विनीत व कमलेश की मौत हो गई थी, जबकि 50 से ज्यादा महिला और पुरुष श्रद्धालु घायल हुए थे, जिनमें से कई लोगों का अभी भी अस्पताल में उपचार हो रहा है. 31 जनवरी को घायल अंजू जैन ने उपचार के दौरान दम तोड़ दिया, जिसके बाद मृतकों की संख्या आठ हो गई है. एएसपी एनपी सिंह का कहना है कि हादसे की मजिस्ट्रियल जांच कर रही है. मौके पर तकनीकी जांच का कार्य पूरा होने के बाद मलबा हटवा दिया गया है जल्द ही रिपोर्ट तैयार की जाएगी. हादसे की निष्पक्ष जांच की जा रही है.
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