UP Crime News: बागपत में गजेंद्र हत्याकांड के दो आरोपियों को थाने से छोड़े जाने का आरोप लगाते हुए पीड़ित पक्ष ने हंगामा कर दिया. थाने में धरने पर बैठी महिलाओं का गुस्सा इंस्पेक्टर पर फूटा. उन्होंने खरी-खोटी सुनाते सभी आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की. पीड़ित पक्ष ने सभी आरोपियों की गिरफ्तारी तक थाने से नहीं हटने की चेतावनी दी. थाने में हंगमा और धरना की खबर पर पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया. मौके पर पहुंचे अधिकारियों ने प्रदर्शनकारियों को काफी समझाने की कोशिश की.
थाने में हंगामा और प्रदर्शन से पुलिस महकमे में हड़ंकप
प्रदर्शनकारी थाने से हटने को तैयारी नहीं थे. आखिरकार सभी आरोपियों की गिरफ्तारी के आश्वासन पर धरना समाप्त हुआ. कार्रवाई करते हुए पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. छपरौली कस्बे में 24 मई की रात विजेता सभासद अमित के समर्थक गजेंद्र, भाई भूदेव और अश्वनी पर धारदार हथियारों से हमला हुआ था. हमले में घायल गजेंद्र की इलाज के दौरान मौत हो गई थी.
चुनावी रंजिश में हमले का आरोप हारे हुए प्रत्याशी प्रभात उर्फ मोनू ने नौ लोगों पर लगा था. हमले में भूदेव और अश्वनी गंभीर रूप से घायल हुए थे. मृतक के भाई सतेंद्र ने हारे हुए प्रत्याशी प्रभात उर्फ मोनू समेत 10 लोगों पर मुकदमा दर्ज कराया था. सुबह गजेंद्र के परिजनों को सूचना मिली कि पुलिस ने अमित समेत दो आरोपियों को पकड़ने के बाद छोड़ दिया है.
सीओ के आश्वासन पर पीड़ित पक्ष ने धरना किया खत्म
सूचना के बाद पीड़ित लोगों ने बड़ी संख्या में थाने पहुंचकर प्रदर्शन किया. इंस्पेक्टर रवि रतन सिंह को महिलाओं ने खरी-खोटी सुनाते हुए सभी आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की. पीड़ित लोगों ने चेतावनी देते हुए कहा कि सभी आरोपियों की गिरफ्तारी तक थाने से नहीं हटेंगे और न ही मृतक की तेरहवीं करेंगे. सीओ बड़ौत सवि रत्त गौतम छपरौली थाने पहुंचे और लोगों को समझाने का प्रयास किया,. पीड़ित लोगों ने उनकी एक भी बात नहीं सुनी और थाने में ही धरने पर जमे रहे.
आखिरकार सभी आरोपियों की गिरफ्तारी के आश्वासन पर पीड़ित पक्ष ने धरना समाप्त किया. छपरौली पुलिस ने हारे हुए प्रत्याशी प्रभात उर्फ मोनू, भाई सोनू और रोहित को गिरफ्तार कर निशानदेही पर घटना में इस्तेमाल तलवार, फावड़ा और फरसा बरामद कर लिया है.