Baghpat: Samrat Prithviraj Chauhan के जन्मोत्सव कार्यक्रम में पहुंचे शेर सिंह राणा, बोले-जो फिल्म देखकर खुश नहीं...
Uttar Pradesh के Baghpat में राष्ट्रीय जनलोक पार्टी के संयोजक शेर सिंह राणा ने कहा, सम्राट पृथ्वीराज चौहान पर और भी फिल्में बनेंगी. फिल्म को लेकर कोई खुश नहीं है तो गन्दी सोच है.
उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के बागपत (Baghpat) में राष्ट्रीय जनलोक पार्टी (Rashtriya Janlok Party) के राष्ट्रीय संयोजक शेर सिंह राणा (Sher Singh Rana) रविवार को बागपत के गौरीपुर गांव में सम्राट पृथ्वीराज चौहान (Samrat Prithviraj Chauhan) के जन्मोत्सव और बोर्ड अनावरण कार्यक्रम में पहुंचे. इस दौरान शेर सिंह ने कहा कि, किसी ने तो हिम्मत की है कि महापुरुषों को पर्दे पर लाया गया. आजकल तो ऐसी-ऐसी फिल्में बन रही हैं जिनमें छोटे-छोटे कपड़े हीरोइनों को पहनाए जाते हैं.
उधर, गांव में जब शेर सिंह राणा का जुलूस निकल रहा था तो पुलिस ने अनुमति के बिना निकले जुलूस को रुकवाते हुए डीजे संचालक को पकड़ लिया. इसके बाद हाईवे पर हंगामा खड़ा हो गया लेकिन बाद में मामला शांत हो गया.
फिल्म को लेकर कोई खुश नहीं तो गन्दी सोच-शेर सिंह राणा
शेर सिंह राणा ने कहा कि आजकल तो ऐसी ऐसी फिल्में बन रही हैं जिन्हें आप अपने बच्चों के साथ बैठकर देख भी नहीं देख सकते, शर्म आती है देख कर. जैसे भगत सिंह के जीवन पर फिल्में बनी हैं, उसी तरह से आने वाले समय में सम्राट पृथ्वीराज चौहान पर और भी फिल्में बनेंगी और इसमें जो कमियां रह रही हैं वे पूरी भी की जाएंगी. उन्होंने कहा कि, अगर फिल्म को लेकर कोई खुश नहीं है तो वह उनकी गन्दी सोच है.
पृथ्वीराज चौहान सभी के पूर्वज-शेर सिंह राणा
शेर सिंह राणा ने कहा कि, वर्ष 2005 में अफगानिस्तान से पृथ्वीराज चौहान की अस्थियां और मिट्टी लेकर आया था, उसे वह सम्मान नहीं मिला जो मिलना चाहिए था, यह सच है. अफगानिस्तान में सम्राट पृथ्वीराज की अस्थियों के साथ जो अपमान हो रहा था, वह पूरे देश के नागरिकों का अपमान था. सम्राट पृथ्वीराज चौहान सभी लोगों के पूर्वज हैं.
आगे का हिस्सा होगा अगले साल रिलीज-शेर सिंह राणा
शेर सिंह राणा ने कहा कि, सम्राट पृथ्वीराज चौहान पर अब जो फिल्म बनी है, इससे आगे का हिस्सा अगले साल रिलीज होने वाली शेर सिंह राणा नाम की फिल्म में दिखाया जाएगा और उसमें वह सारी कमी पूरी की जाएगी जो इस फिल्म में रह गई है. इसमें किरदार अभिनेता विद्युत जामवाल निभा रहे हैं. आने वाली पीढ़ियों को यह पता होना चाहिए कि, उनके महापुरुष कौन थे और उन्होंने देश के लिए क्या-क्या कुर्बानी दी है. ऐसे महापुरुषों के नाम से सड़क मार्गों के नाम रखें जाने चाहिए.