Baghpat News: बागपत जनपद के छपरौली कस्बा निवासी 26 वर्षीय जितेंद्र पुत्र महिपाल सिंह ने अपने विरोधियों से परेशान और पुलिस से न्याय न मिलने के कारण दिल्ली मे संसद भवन के बाहर रेल भवन के पास पेट्रोल डालकर आग लगाकर आत्महत्या का प्रयास किया. जितेंद्र के भाई का कहना है कि एक आरोपी होमगार्ड है छपरौली थाना पुलिस उसी के प्रभाव में उनकी शिकायत को अनसुना कर रही है और आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं कर रही है.
जितेंद्र पुत्र ने यह भी बताया कि, होमगार्ड और उसके भाई ने दो साल पहले उनके खिलाफ दो मुकदमे दर्ज कराएं थे. कई महीने पहले एक आरोपी ने उसके पिता के ऊपर कार चढाकर मारने का प्रयास किया, जिसमें आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया लेकिन अभी तक पुलिस ने उनके खिलाफ कार्रवाई नहीं है. न्याय न मिलने पर जितेंद्र ने अपनी जान देने का प्रयास किया है.
जानकारी के मुताबिक, छपरौली कस्बा स्थित पट्टी धधांन निवासी शीलू का कहना है कि 9 मई 2024 कि रात लगभग 12:30 बजे उसके पिता महिपाल सिंह साइकिल से तिलवाड़ा रोड स्थित एमबीएफ भट्टे पर ईट पथाई करने के लिए जा रहे थे. जैसे ही वह किरठल रोड पर पहुंचे तो पीछे से विक्की उर्फ विकेंद्र कार में सवार होकर आया और पुरानी रंजिश को लेकर जाति सूचक शब्दों का प्रयोग करते हुए उसके पिता महिपाल की साइकिल में जोरदार टक्कर मार दी, जिसके बाद वह घायल हो गए.
'पुलिस ने दर्ज किया मुकदमा, लेकिन नहीं हुई कार्रवाई'
पुलिस ने पिता महिपाल की तहरीर के आधार पर आरोपी विक्की उर्फ विकेंद्र निवासी पट्टी धंनान के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया, लेकिन कोई भी कार्रवाई नहीं हुई. उधर, इससे पहले आरोपी विकेंद्र ने वर्ष 2021 और वर्ष 2022 में होमगार्ड कविंद्र उनके खिलाफ दो मुकदमे दर्ज करा चुके है, जबकि दोनों घटनाओ में उनके साथ ही मारपीट हुई थी. पुलिस ने उनकी और से मुकदमे दर्ज नहीं किये थे.
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