बागपत: तीन कृषि कानूनों को लेकर विपक्षी पार्टियां भले ही केंद्र की मोदी सरकार को घेर रहीं हों, लेकिन अब ग्राम चौपाल के माध्यम से बीजेपी के मंत्री और नेता भी विपक्ष को घेरने में जुट गए हैं. बागपत के रमाला गांव में हुई ग्राम चौपाल में बीजेपी नेताओं और समर्थकों ने विपक्ष को घेरने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी. केंद्रीय राज्य मंत्री संजीव बालियान ने कहा कि आंदोलन खत्म करा दो, गन्ने का दाम मैं बढवा दूंगा. म्हारा बाबा गुलाम मोहम्मद नहीं चौधरी चरण सिंह ही रहेगा.


विरोधियों पर साधा निशाना
2017 तक यूपी में रही सपा सरकार पर भी संजीव बालियान हमलावर दिखे. उन्होंने कहा कि सपा सरकार में मुजफ्फरनगर दंगा, राहजनी, चोरी और डकैती के सिवाय कुछ नहीं था. बालियान ने रालोद मुखिया चौधरी अजीत सिंह का नाम लिए बिना उन्हें निशाने पर लिया और कहा कि 25 साल में सिर्फ मलकपुर चीनी मिल के सिवाय कुछ नहीं दिया. जब सरकार में थे तब न गन्ने का रेट बढ़ाने की बात की, न मलकपुर चीनी मिल के बकाए की. चौधरी चरण सिंह और राजेश पायलट की मूर्ति लगाने की तैयारियों को लेकर पैदा किए विवाद पर उन्होंने कहा कि प्रस्ताव दिया नहीं और विवाद खड़ा कर रहें हैं. हमारे विधायक और सांसद मूर्ति लगवाएंगे.


किसान आंदोलन के पीछे है विपक्ष
क्षेत्रीय अध्यक्ष मोहित बेनीवाल ने भी विपक्ष को निशाने पर लिया. बेनीवाल ने कहा कि राजनीति कर रहे लोगों के चोहरों से किसानों का मुखौटा उतारोगे तो कांग्रेस नजर आएगी, दूसरे पर सपा और तीसरे पर वामपंथी दिखाई देंगे. मस्जिदों से एलान कराकर पंचायत करेंगे तो पंचायत में जाने वाली भीड़ को भी देखना होगा. सपा सरकार में आते हुए लोग बागपत में डरते थे, क्योंकि यहां गड्ढों में सड़क थी और समाजवादी पार्टी के गुंडे हाजी अंसारी खान गाड़ी रोककर बेटियों के साथ दुराचार करते थे.


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