बागपतः तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ करीब चार महीने से दिल्ली की सीमाओं पर किसानों का प्रदर्शन जारी है. इस बीच संयुक्त किसान मोर्चा ने शुक्रवार को भारत बंद का एलान किया था. जिसके चलते बागपत में कई जगह किसानों ने दिल्ली सहारनपुर नेशनल हाइवे को जाम किया.


सरकार पर नहीं पड़ रहा है फर्क 


किसानों ने जिवाना टोल पर पहुंचकर टोल से गुजरने वाले वाहनों का आवागम बंद कर दिया. इस दौरान टोल को जाम कर धरने पर बैठे किसानों ने कहा कि किसान काले कृषि कानून को लेकर लगातार चार माह से धरने पर बैठे हुए हैं. वहीं सरकार को इससे कोई फर्क नहीं पड़ रहा है.


कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग


किसानों की मांग है कि सरकार को किसानों की मांगे मान कर तीनों काले कानूनों को वापस ले लेने चाहिए. उन्होंने कहा कि सरकार ने किसानों को बर्बाद करने और अंबानी ओर अडानी को सीधे फायदा पहुंचाने के लिए इस कानून को लागू किया है, जिसे वो बिल्कुल भी बर्दाश्त नही करेंगे. सरकार चाहे कितनी भी हठ कर ले लेकिन किसान भी जब तक ये कानून वापस नहीं हो जाते तब तक वो आंदोलन करते रहेंगे.


शाम 6 बजे तक रहा भारत बंद


फिलहाल भारत बंद के दौरान किसानों ने खेकड़ा पाठशाला समेत छह और स्थानों पर जाम और लगाया गया था. सयुंक्त किसान मोर्चा के अवाहन पर भारत बंद का जो आवाहन किया गया था उसके तत्वधान पर दिल्ली सहारनपुर हाइवे 709 को शाम छः बजे तक बंद किया गया था.


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