Bahraich News: यूपी में बाढ़ को लेकर प्रशासन अलर्ट मोड पर है. बहराइच में बीच नदी में अचानक लोग फंस गए, जिन्हें बचाने के लिए पूरी रात रेस्क्यू ऑपरेशन चला जिसमे 194 लोगों की जान बचाई गई. शुक्रवार की शाम बहराइच में अचानक नेपाल से छोड़े गये पानी से खेत में काम कर रहे 194 लोग फंस गये थे,  घटना की जानकारी मिलते ही प्रशासन ने रात में ही रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर 12 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद सभी को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया. 


रेस्क्यू टीम ने बाढ़ में फंसे 63 लोगों को रात में ही सुरक्षित बचा लिया गया, जबकि 131 लोगों को बचाने के लिए सुबह 9 बजे तक रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया. रेस्क्यू में बचाये गये लोगों में पुरुषों के साथ ही बड़ी संख्या में महिलायें और बच्चे भी शामिल रहे. बाढ़ में फंसे लोगों की स्वास्थ्य जांच कराने के बाद सभी को उनके घरों तक सुरक्षित पहुंचाया गया. इस दौरान प्रशासन ने सभी को राहत सामग्री भी वितरित की गयी.


इस घटना पर जानकारी देते हुए राहत आयुक्त जीएस नवीन ने बताया कि राज्य इमरजेंसी सेंटर को शुक्रवार शाम 6:30 बजे बहराइच में बाढ़ के पानी में सैकड़ों लोगों के फंसे होने की सूचना मिली. इस पर मंडलायुक्त देवीपाटन और बहराइच के जिलाधिकारी को सूचना दी गयी जिस  पर मंडलायुक्त और जिलाधिकारी आनन फानन में मौके पर पहुंचे. 


अचानक नदी का जलस्तर बढ़ने से फंसे लोग
अधिकारियों के मौके पर पहुंचने पर पता चला कि ग्राम चहलवा परगना धर्मापुर तहसील मिहीपुरवा के करीब सौ से अधिक ग्रामीण घाघरा नदी के दूसरी ओर अपने खेतों में काम करने गये थे. इस दौरान घाघरा का जलस्तर कम था. वहीं शाम को नेपाल से अचानक पानी छोड़े जाने से घाघरा का जलस्तर बढ़ गया. इसकी वजह से ग्रामीण अपने खेतों में फंस गये.


जब रेस्क्यू टीम मौके पर पहुंची तो जानकारी मिली कि बाढ़ के पानी में करीब 194 ग्रामीण फंसे हैं, जिसमें सबसे अधिक संख्या में महिलाएं है. लोगों को बचाने के लिए SSB, NDRF, SDRF और PAC की टीम ने रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया. टीम रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर रात में 63 लोगों को बचा पाई, और बचे अन्य 131 लोगों को करीब 12 घंटे की मशक्कत के बाद सुबह 9 बजे तक सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया. 


डीएम के मुताबिक पानी के तेज बहाव और अंधेरे की वजह से देर रात में कुछ देर के लिए ऑपरेशन को रोका गया ताकि कोई जनहानि न हो. इसके बाद फिर से रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया. लोगों को बाहर निकालने के बाद सभी का मेडिकल चेकअप कराने के बाद उनके खाने-पीने की व्यवस्था की गयी. इसके बाद सभी को उनके गांव पहुंचाया गया. इस दौरान आपदा से फंसे पीड़ितों को राहत सामग्री वितरित की गयी. इसके साथ ही घाघरा नदी के आस-पास बसे गांव के लोगों से नदी के पास न जाने की अपील की जा रही है. इसको लेकर गांवों में रेस्क्यू टीम द्वारा लगातार अलर्ट किया जा रहा है.


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