Bahraich Bhedia News: बहराइच जिले के महसी तहसील क्षेत्र में कई दिनों से भेड़ियों ने तबाही मचा रखी है. रविवार को भी भेड़िये के हमले में एक मासूम की मौत हो गई और दो महिलाएं घायल हैं, जिनका इलाज चल रहा है. वहीं अब तक करीब 10 से ज्यादा लोगों की मौत भेड़िये की हमले में हो चुकी है. भेड़िए के आए दिन हो रहे हमलों में करीब 50 लोग घायल भी हैं. भेड़िये को पकड़ने के लिए ड्रोन, पिंजरा और जाल तीनों लगे हैं लेकिन अभी तक वह वन विभाग की गिरफ्त से दूर है.


 बहराइच डीएम मोनिका रानी ने सोमवार को मौजूदा हालात और घायलों के बारे में जानकारी दी. उन्होंने बताया, 'यह घटना टेपरा गांव की है. महिला घायल हुई है और उसका इलाज चल रहा है. भेड़िया 5-6 दिन बाद अपनी गतिविधियां शुरू करता है, यह एक अलग गांव है.'


डीएम मोनिका रानी ने कहा, 'इस ऑपरेशन में सबसे बड़ी बाधा हर बार एक नया गांव चिह्नित होना है. वन विभाग भेड़ियों को पकड़ने की पूरी कोशिश कर रहा है.' वहीं CHC प्रभारी महसी ने बताया, 'कल देर रात भेड़िये के हमले में तीन साल की बच्ची की मौत हो गई और दो अन्य महिलाएं घायल हो गईं.'






जबकि डीएम ने कहा, 'विशेष समस्या यह आ रही है कि ये घटनाएं एक गांव में न होकर अलग-अलग गांवों में हो रही है. वन विभाग और पुलिस की टीमें लगातार लोगों को जागरूक कर रही है. मैं यह अपील करना चाहती हूं कि कुछ दिनों के लिए लोग जागरुक रहें और घरों के अंदर ही सोएं. ये घटनाएं अलग-अलग माह की है.'


उन्होंने कहा, 'पिछले महीने यानी जुलाई से अब तक यह आठवीं घटना है. शासन इस मामले को लेकर बहुत संवेदनशील है और शासन द्वारा लगातार मॉनिटरिंग की जा रही है जिसमें सफलता भी मिली है. 4 भेड़िए पकड़े भी गए हैं.' जबकि सीएम योगी ने भी इस संबंध में निर्देश दिए हैं.


बच्चे के परिजनों ने की बात
आयांश (मृतक बच्चा ) बच्चे के परिजनों ने एबीपी न्यूज़ से बात की. उन्होंने कहा कि सब सो रहे थे. 26 अगस्त कि रात की घटना हुई. इसी दौरान भेड़िया उठाकर ले गया. अयांश की मां ने बताया कि वह मेरे पास सो रहा था. एक ओर बड़ा बेटा था. दूसरी ओर छोटा. जब मैं बच्चे को दूध पिलाने गई तब वह मुझे नहीं मिला. अयाशं के पिता ने कहा कि हम लोग यहीं थे. पता ही नहीं चला कि कब लेकर गया. हल्की सी नींद लगी और इसी दौरान ये सब हो गया.


इसके अलावा CHC प्रभारी महसी ने बताया कि कल देर रात भेड़िये के हमले में तीन साल की बच्ची की मौत हो गई और दो अन्य महिलाएं घायल हो गईं.


 भेड़िए के बढ़ते आतंक और लगातार हमलों में घायल हो रहे लोगों को देखते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ ने खुद संज्ञान लिया है. मुख्यमंत्री ने कहा, 'प्रदेश के कुछ क्षेत्रों में आदमखोर भेड़िये या तेंदुए द्वारा हमले किए जा रहे हैं. उन्हें हर हाल में नियंत्रित करने, पकड़ने का प्रयास किया जाए और आवश्यकता के अनुरूप कदम उठाए जाएं. वहीं पूर्व में दिए गए निर्देशों के अनुसार प्रशासन, पुलिस, वन विभाग, स्थानीय पंचायत, राजस्व विभाग क्षेत्र में व्यापक जन जागरूकता पैदा करें.'


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मुख्यमंत्री ने कहा कि लोगों को सुरक्षा के उपायों के बारे में भी बताएं. जनप्रतिनिधियों का भी इसमें सहयोग लिया जाए. मुख्यमंत्री ने वन मंत्री को निर्देशित है, जिसमें कहा कि वरिष्ठ अधिकारी जनपदों में कैंप करें. वन विभाग के अतिरिक्त कार्मिकों को बहराइच, सीतापुर, लखीमपुर, पीलीभीत, बिजनौर और अन्य प्रभावित क्षेत्रों में लगाएं.






कमिश्रर ने क्या कहा?
उन्होंने कहा कि वहां समस्त विभागों की ज्वाइंट पेट्रोलिंग बढ़ाएं. ग्रामीण क्षेत्रों में जहां लाइट की समस्या हो, वहां पेट्रोमैक्स की व्यवस्था भी करें. देवीपाटन मंडल के आयुक्‍त शशिभूषण लाल 'सुशील' ने रविवार को बताया, 'छह भेड़ियों के झुंड में चार को पकड़ा जा चुका है जिसके बाद लोगों को कुछ राहत मिली थी, लेकिन शनिवार-रविवार की दरमियानी रात इन दो हमलों के बाद क्षेत्र में सतर्कता बढ़ा दी गई है.'


उन्होंने बताया, 'महसी तहसील के कुलैला गांव के पास स्थित भेड़ियों की मांद के निकट जाल व पिंजरे लगाए गए हैं और ड्रोन की मदद से उनकी गतिविधियों की निगरानी की जा रही है.” मंडलायुक्त ने बताया कि शनिवार को कैमरे की फुटेज में दो भेड़िए दिखाई दिए थे, लेकिन रात अधिक होने के कारण “ऑपरेशन भेड़िया” का संचालन कर रहे दल उन्हें पकड़ नहीं सके.


भेड़ियों के हमले में जान गंवाने वाले पांच लोगों के परिजनों को पांच-पांच लाख रुपये का मुआवजा दिया गया है जबकि दो संदिग्ध मौतों की जांच रिपोर्ट आने का इंतजार है. बहराइच के महसी तहसील क्षेत्र में मार्च माह से इंसानों पर भेड़ियों के हमले हो रहे हैं. बरसात के मौसम में 17 जुलाई से हमले बढ़े और हमलों में छह बच्चों सहित सात लोगों की मौत हो गयी.