Bahraich News: यूपी सरकार (UP Government) एक तरफ जहां जीरो टॉलरेंस पर काम कर रही है तो वहीं अफसर शाही दिन पर दिन बढ़ती जा रही है. अफसर इतने बेलगाम हो गए हैं कि बीजेपी नेताओं और जनप्रतिनिधियों की भी बात मानने को तैयार नहीं इसी सिलसिले में बहराइच के एक बीजेपी नेता ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को अपने खून से खत लिख कर अफसरों के खिलाफ शिकायत की है.


दरअसल, यह पूरा मामला यूपी के बहराइच का है जहां बीजेपी के पिछड़ा वर्ग के जिला उपाध्यक्ष संजय जायसवाल ने सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को अपने खून से एक शिकायती पत्र लिखा है. संजय जायसवाल नगरपालिका बहराइच के सभासद भी हैं. 


क्या है पूरा मामला?
बीजेपी नेता संजय जायसवाल ने मुख्यमंत्री को खून से लिखे खत में प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं. नगर पालिका चुनाव से पहले सीट के परिसीमन में बड़ी धांधली का भी आरोप लगाया है, जिसको लेकर कई बार बीजेपी नेता संजय जयसवाल प्रशासनिक अधिकारियों से मिले लेकिन उनकी सुनने वाला कोई नहीं है. इसको लेकर संजय जयसवाल ने अपने खून से मुख्यमंत्री के नाम एक शिकायती पत्र लिख डाला और न्याय न मिलने पर हाथ की नस काट कर खुदकुशी करने की धमकी भी दे डाली. उन्होंने कहा कि प्रशासनिक अधिकारी भ्रष्टाचार से लिप्त है और वह सत्ता के नेताओं की सुनने को भी तैयार नहीं है. 


खून से खत लिखकर की शिकायत
संजय जायसवाल ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी को अपनी ही सरकार में धांधली के खिलाफ धरना प्रदर्शन तख्ती लेकर सड़कों पर निकलना पड़ेगा. प्रशासनिक अधिकारियो, ईओ, घुसखोरी के खिलाफ, भ्रष्टाचारियों के खिलाफ आज तो मैंने खून से पत्र लिखा है, अब एक या दो दिनों के अंदर मैं ईओ के कार्यालय में जाकर अपनी नस काटकर उसको दिखाऊंगा कि पिछड़ों का खून इतना खराब नहीं हैं. इतनी बड़ी धांधली की गई है कि पिछड़े वर्ग के वार्ड को दो लाख रुपए लेकर उसको सामान्य सीट करने की कोशिश की गई.  हमारे वार्ड में तो सभासदों ने भी सीट को सामान्य करने के लिए दो लाख रुपए दिए है और सपा के पदाधिकारियों को फायदा पहुंचाने के लिए ये काम किया गया. मैं जिलाधिकारी के पास गय़ा था और उनको अपना एक शिकायती पत्र दिया था. अभी तक उस शिकायती पत्र पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है. उसका कारण बताना चाहिए, न्यायपूर्ण कार्य हो ही नहीं रहा है.


नेता ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के पिछड़े वर्ग के कार्यकर्ताओं का उत्पीड़न किया जा रहा है. हमारी सरकार गलत नहीं है, न हमारी नीति गलत है और न हमारे सीएम गलत है, गलत है तो बहराइच जिले का ईओ, जिले का प्रशासन , जो ऊपर से दिखाता है कि हम बहुत सही और सत्य कार्य करते हैं, अंदर से घूस लेकर पिछड़ों का आरक्षण बदल दिया जाता है, नगर पालिका के अंदर 50 % कमीशन लिया जाता है, तब जाकर कोई काम होता है, तब उसका पेमेंट होता है, यहां पर केवल दिखावा किया जा रहा है.  नगर पालिका के अंदर इतना बड़ा भ्रष्टाचार होने का कारण क्या है, ये कारण है कि हमारा वहां चेयरमैन नहीं है.


बीजेपी नेता ने कहा कि हमारी सरकार अगर नगर पालिका में होती तो उत्पीड़न पिछड़ों का नहीं होता. इसके अंदर सभासद भी शामिल है, प्रशासन भी शामिल है और इस सीट को 1610 से घटाकर 1410 कर दिया गया है या किसी भी तरीके से इस सीट को पिछड़ों के बजाय सामान्य सीट करने की पूरी कोशिश की जा रही है. अब मेरा धरना प्रदर्शन जारी रहेगा. मुझे पिछड़ो को बताना है कि शहर में पिछड़ों के साथ बहुत अन्याय हुआ है, आवाज  उठानी चाहिए.


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