Bahraich Violence: बहराइच हिंसा मामले मे उत्तर प्रदेश पुलिस की कार्रवाई लगातार जारी है. हिंसा से जुड़े आरोपियों पर शिकंजा कसता जा रहा है. राम गोपाल मिश्रा की हत्या करने के मामले में मुख्य आरोपी सरफराज को पुलिस एनकाउंटर में पैर में गोली भी लगी थी. इसके साथ उसके भाई तालिब को भी असलहा बरामदगी के दौरान पैर  के दौरान गोली लगी थी. उसके पिता और अन्य भाई को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया है.


इस मामले में लोक निर्माण विभाग (PWD) ने 18 अक्टूबर को मुख्य आरोपी समेत 23 लोगों के घरों पर नोटिस चस्पा किया था. जिसमें पीडब्ल्यूडी के ग्रामीण सड़क के मानक बताते हुए सड़क के बीच से एक तरफ 60 फीट की दूरी छोड़ने की बात कही गई थी और उसके ना छोड़े जाने पर और कागज ना उपलब्ध कराने पर कार्रवाई की बात भी कही गई थी. इस कार्रवाई की आशंका के डर से जो मकान के लोग थे उन्होंने कुछ अपने मकान तोड़ने शुरू किया. जिसमें छत की रेलिंग तोड़कर कुछ ईंट निकाली गई.


कोर्ट ने दी 15 दिन की मोहलत 
इसके अलावा जिन दुकानों पर नोटिस चस्पा था उन दुकानों के शटर भी लोगों ने निकाल लिए हैं जिससे कम से कम कुछ तो वह अपना बचा सके. हालांकि इसी दौरान बुलडोजर कार्रवाई के पहले पीड़ित पक्ष के लोग कोर्ट गए. जिसमें इलाहाबाद हाईकोर्ट के लखनऊ बेंच में सुनवाई हुई और कोर्ट की तरफ से इनको 15 दिन का समय अपना कागज दिखाने व जवाब दाखिल करने के लिए मिला. इस मामले के अगले सुनवाई तीन दिन बाद बुधवार को होगी. 


आपको बता दें कि, बीते 13 अक्टूबर को बहराइच मे दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के दौरान डीजे बजाने को लेकर विवाद हो गया था. इस हिंसा में राम गोपाल नाम के व्यक्ति की मौत गई थी. इस मामले में प्रदेश की योगी सरकार ने सख्त कार्रवाई करने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिया था.


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