बहराइच, एजेंसी. दिल्ली और देहरादून में बैठकर उत्तर प्रदेश के बहराइच से लाखों रुपये की साइबर ठगी करने वाले एक गिरोह का पर्दाफाश कर पुलिस ने तीन हाइटेक ठगों को गिरफ्तार किया है. पुलिस अधीक्षक विपिन मिश्र ने रविवार को बताया कि पश्चिमी दिल्ली में नांगलोई की शिव विहार कॉलोनी से तीनों ठगों को पुलिस पकड़ कर शनिवार को बहराइच लाई है. पुलिस अधीक्षक ने बताया कि पकड़े गये तीनों आरोपी शशि जोशी, कमलेश गुप्ता और सुमित कुमार शर्मा कर्ज देने, बीमा के अलावा अन्य कई तरह सूचना के साथ टाटा अथवा मिलते जुलते मशहूर व्यवसायिक नामों की फर्जी वेबसाइट बनाकर अखबारों में मोबाइल नंबर सहित विज्ञापन देते थे.


पुलिस अधिकारी ने बताया कि उसके बाद ये लोग प्रति खाता 9 हजार रुपये देने का लालच देकर साधारण लोगों के खाते किराए पर लेते थे. इन खातों के एटीएम और पासवर्ड ले लिए जाते थे. इन बैंक खातों में ये अपने मोबाइल नंबर अपडेट कर अपने शिकार को ऋण देने और बीमा करने के नाम पर प्रोसेसिंग फीस, कमीशन और मार्जिन मनी जमा कराके ठगी करते थे. बाद में ये खाते या तो बंद हो जाते थे या फिर ठगी गिरोह के संचालक खातों से अपने नंबर हटा लेते थे.


पुलिस अधीक्षक ने बताया कि गिरोह से जुड़ा एक मामला पिछले दिनों बहराइच के रूपईडीहा थाने में संतोष कुमार नाम के व्यक्ति ने दर्ज कराया था. प्राथमिकी में कहा गया कि टाटा कैपिटल नाम की कंपनी का कर्ज देने का विज्ञापन अखबार में देखकर कंपनी से संपर्क किया. कंपनी ने उन्हें 25 लाख रुपये का कर्ज देने का वादा कर उनसे 4.80 लाख रुपये वसूल लिए. मामले में मुकदमा दर्ज होने के बावजूद ठगों ने संतोष कुमार से फिर संपर्क साधा. ठगों ने संतोष को बताया कि उनके कर्ज की अर्जी खारिज हो गई है और इस कारण संतोष को सवा लाख रुपये ब्याज और उनकी 4.80 लाख मूल रकम सहित 6 लाख रुपये से कुछ अधिक वापस मिलने हैं. मगर इसके लिए संतोष को 22,730 रुपये की फीस और जमा करानी होगी.


पुलिस अधीक्षक ने बताया कि इसके बाद पुलिस ने ठगों पर निगरानी शुरू की. संतोष लगातार पुलिस के संपर्क में रहते हुए ठगों की गतिविधियों से साइबर सेल को अपडेट कर रहे थे. उन्होंने बताया कि सर्विलांस के जरिए अपराधियों को खोजते हुए पुलिस कुछ खाता धारकों के पास देहरादून पहुंची और वहां से सटीक लोकेशन लेकर नई दिल्ली के नांगलोई इलाके में स्थित आरोपियों के दफ्तर पहुंच गयी. दफ्तर में पुलिस को तीनों आरोपी नए शिकार को फंसाने के लिए फोन और इंटरनेट पर जाल बिछाते मिल गए



पुलिस को ठगों के कब्जे से फर्जी कंपनियों टाटा कैपिटल और स्मार्ट एंड टेक्नोलॉजी सर्विसेज प्राइवेट से सम्बन्धित पोस्टर, मुहर, 12 विभिन्न कम्पनियों के सिम, पांच मोबाइल फोन, दो लैपटॉप, 13 विभिन्न बैंकों के एटीएम कार्ड और बड़ी संख्या में पहचान-पत्र बरामद हुए. तीनों ठगों से साइबर सेल, रूपईडीहा पुलिस और स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप के अधिकारियों ने पूछताछ कर दर्ज मामले के अलावा अन्य मामलों की भी जानकारी ली है. मिली जानकारी को संबंधित जिलों और प्रदेशों को भेजा जा रहा है. तीनों आरोपियों को जेल भेज दिया गया है.


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