Bahraich Violence: बहराइच में दुर्गा विसर्जन यात्रा को लेकर हुए बवाल और उसके बाद भड़की हिंसा पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने कड़ा रुख अपनाया है. मुख्यमंत्री ने इस मामले में लापरवाही बरतने वाले अफसरों पर कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं. इसके साथ ही सांप्रदायिक हिंसा के आरोपियों पर सख्त कार्यवाई को कहा है. मुख्यमंत्री ने एडीजी लॉ एंड ऑर्डर और गृह सचिव से पूरे मामले पर रिपोर्ट मांगी है. 


सीएम योगी ने कहा कि बहराइच में हुई हिंसा में लापरवाही बरतने के मामले में स्थानीय पुलिस अधिकारियों पर कार्रवाई की जाएगी. यही नहीं बहराइच की एसपी वृंदा शुक्ला पर भी इसकी गाज गिर सकती है उन्हें भी हटाया जा सकता है. इस मामले में लोकल इंटेलिजेंस फेलियर साफतौर पर दिखाई दे रही है. जिसे लेकर योगी आदित्यनाथ के तेवर सख्त है. 


जिम्मेदार अधिकारियों पर गिर सकती है गाज
सोमवार को बहराइच में बिगड़े हालात को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आला अधिकारियों के साथ बैठक की, जिसके बाद एडीजी लॉ एंड ऑर्डर अमिताभ यश और होम सेक्रेटरी संजीव गुप्ता को हालात सँभालने के लिए बहराइच भेजा गया. दोनों बड़े अधिकारी आज मंगलवार को भी यहाँ कैंप करेंगे. जिसके बाद वो मुख्यमंत्री को अपनी रिपोर्ट देंगे. इस रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जा सकती है. 


हिंसा के बाद बहराइच में अब भी तनाव है. जिसे देखते हुए सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है. कानून व्यवस्था बनाये रखने के लिए मौके पर 12 कंपनी पीएसी और आरपीएफ की टीम के साथ एक दर्जन से अधिक जनपदों की पुलिस फोर्स को घटना स्थल के आस-पास तैनात किया गया है. शांति व्यवस्था कायम बनाये रखने को लेकर लगाई गई सुरक्षा व्यवस्था की मुस्तैदी को लेकर प्रदेश स्तर के आला अधिकारी पल पल का जायजा ले रहे हैं. 


पुलिस ने इस मामले में छह नामजद समेत दस आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है. इसके अलावा 30 से ज्यादा लोगों को हिरासत में लिया गया है. पुलिस ने मोहम्मद आवेश, तजमुल, मोहम्मद निसार, दिलशाद, रेहान, इरफान, हबीबुल्ला, अरमान, मोहम्मद नदीम, आदिल, जावेद, लारेब, असलम, रियाज अहमद, महफूज आलम, मकसूद आलम, शमी मोहम्मद, वाकर, इरशाद अहमद, इमरान, रियाज, जाहिद, मोहम्मद  दानिश, मोहम्मद सलीम, अफगान, इमरान अंसारी को हिरासत में लिया गया है .


कर्ज माफी की अफवाह पर गोरखनाथ मंदिर में उमड़ी महिलाओं की भीड़, बुलानी पड़ी पुलिस