Bahraich Violence: रविवार शाम बहराइच के महसी के महराजगंज में मूर्ति विसर्जन को जाते समय विवाद हो गया जिसमे रामगोपाल मिश्रा की मृत्यु हो गई. इसके बाद बहराइच में हालात बेकाबू हो गए. रविवार रात कई जगहों पर आगजनी हुई. सोमवार को कई घरों में आगजनी की तस्वीरें देखने को मिली. कई गाड़ियां जला दी गई. कई सामान तोड़ दिए गए. एक गाड़ी का शोरूम, एक अस्पताल को भी आग के हवाले कर दिया गया.  रामगोपाल मिश्रा की हत्या की क्या थी पूरी कहानी? रामगोपाल की जिस अब्दुल हमीद के घर में हत्या हुई उसके बगल के जयसवाल परिवार ने एबीपी लाइव से बताया सब कुछ.


एबीपी लाइव से बातचीत में नेहा ने बताया कि रविवार  शाम को मूर्ति विसर्जन के लिये जा रही थी. इस दौरान एक संप्रदाय के लोग अपने धार्मिक स्थल के ऊपर खड़े थे और वहां से कुछ पत्थर मूर्ति पर फेंके. इसके बाद मूर्ति खंडित हो गई. फिर जिन लोगों ने पत्थर मारा वह दूसरी तरफ एक घर में जाकर खड़े हो गए और वहां खड़े होकर हस रहे थे. जब मूर्ति विसर्जन करने वालों ने ये देखा कि अभी तो इन लोगों ने मूर्ति खंडित की और अब यह दूसरी तरफ जाकर छत पर हस रहे हैं.


पड़ोसियों ने बताई विवाद की असली वजह
नेहा ने आगे बताया कि, फिर मूर्ति विसर्जित करने जाने वाले लोग और कुछ पुलिस के लोग छत की तरफ बढ़े और फिर उसी के बाद झंडा बदलने की कहानी हुई. तभी अब्दुल हमीद के परिवार ने रामगोपाल को अपने घर में खींच लिया और उसे गोलियों से छलनी कर दिया.  इसके बाद पुलिस और कुछ परिवार के लोग रामगोपाल को लेकर नेहा की छत से नीचे उतरे. नेहा ने कहा कि लोगों को डर था कि अगर उसको नहीं लाया गया तो उसको गायब भी किया जा सकता है. गायब करने के सवाल पर नेहा ने कहा कि रामगोपाल को छुपाने के लिए उसको काट पीट कर बोरियों में भी छुपाया भी जा सकता था.


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