Bahraich Wolf Attack: उत्तर प्रदेश के बहराइच में मंगलवार रात को फिर आदमखोर भेड़िये ने हमला कर दिया. भेड़ियों ने 11 साल की बच्ची को अपना निवाला बनाने की कोशिश की. जिसके बाद इलाके में हड़कंप मच गया है. भेड़िये के हमले में बच्ची बुरी तरह घायल हो गई है जिसके बाद उसे महसी के सामुदायिक अस्पताल में भर्ती कराया गया है जहां उसका इलाज चल रहा रहा है. 


बहराइच में भेड़ियों को आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा है. सोमवार सुबह है वन विभाग की टीम ने एक और भेड़ियों को पकड़ने में कामयाबी हैं. लेकिन देर होते-होते भेड़िये ने फिर हमला कर दिया. महसी सामुदायिक अस्पताल के इंचार्ज डॉ आशीष वर्मा ने कहा कि एक 11 साल की बच्ची को अस्पताल में एडमिट कराया गया है. उसका इलाज किया जा रहा हैं. 



छठा भेड़िया अब भी पकड़ से बाहर
इससे पहले मंगलवार सुबह वन विभाग की टीम ने छह आदमखोर भेड़ियों के झुंड में शामिल पांचवें भेड़िये को मंगलवार तड़के पकड़ लिया. वन विभाग की टीम ने कल सुबह करीब सवा छह बजे महसी तहसील के सिसैया चूणामणि गांव के हरबख्शसिंह पुरवा से पाँचवें भेड़िये को पकड़ा था. लेकिन छठा भेड़िया अब भी पकड़ से बाहर है. वन विभाग की टीम लगातार उसकी तलाश में जुटी हुई है. 


बहराइच के प्रभागीय वन अधिकारी अजीत प्रताप सिंह ने 'पीटीआई-भाषा' को बताया कि आदमखोर भेड़ियों के झुंड में शामिल एक भेड़िए को पकड़ लिया गया है लेकिन छठा भेड़िया अब भी पकड़ में नहीं आया हैं उन्होंने बताया कि छठे भेड़ियों को भी इसके साथ देखा गया था. लेकिन वो घने पेड़ों की और भाग गया. उन्होंने कहा कि भेड़ियों ने अपने हमले का तरीका बदला है. वो अब और ज्यादा सतर्क हो गए हैं. 


भेड़ियों ड्रोन की भी पकड़ में नहीं आ रहे हैं. ड्रोन की आवाज सुनते हैं वो दूर भाग जाते हैं. जिसकी वजह से अब उनकी लोकेशन ट्रेस करने में दिक्कतें आ रही हैं. वन विभाग के मुताबिक अब सिर्फ एक ही भेड़िया बचा है. बता दें कि महसी तहसील के 50 गांव में भेड़िये आतंक का पर्याय बन चुके हैं. छह भेड़ियों के झुंड को पकड़ने के लिए 17 जुलाई से ‘ऑपरेशन भेड़िया’ जारी है. इन भेड़ियों के हमले में अब तक आठ लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 20 से अधिक लोग घायल हो गए हैं.


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