बहराइच में भेड़ियों का तांडव जारी, ड्रोन कैमरे में दिखा आदमखोर, वन विभाग ने बिछाया जाल
Bahraich Wolf Terror: बहराइच में भेड़ियों को पकड़ने के लिए वन विभाग की 12 टीमें बुलाई गई है जो ड्रोन के जरिए पूरे इलाके पर नजर रख रही है. इसके लिए कोलकाता से ड्रोन एक्सपर्ट बुलाए गए हैं.
Bahraich Wolves Attack: उत्तर प्रदेश के बहराइच में आदमखोर भेड़ियों का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहे हैं. इस इलाके के 30 गांव भेड़ियों की वजह से दहशत के साये में जीने को मजबूर है. पिछले डेढ़ महीने में अब तक 9 लोगों की मौत हो चुकी है और 35 लोग घायल है. इस बीच वन विभाग इन नरभक्षी भेड़ियों को पकड़ने की कोशिश में लगा है. जिसके लिए नए-नए प्रयोग तक किए जा रहे हैं लेकिन अब तक कोई खास सफलता नहीं मिल पाई है.
बहराइच में भेड़ियों को पकड़ने के लिए वन विभाग की 12 टीमें बुलाई गई है जो ड्रोन के जरिए पूरे इलाके पर नजर रख रही है. इसके लिए कोलकाता से ड्रोन एक्सपर्ट बुलाए गए हैं जो इन आदमखोर भेड़ियों की लोकेशन ट्रैक करने की कोशिश में लगे हैं. इस बीच बुधवार को ड्रोन कैमरे में एक भेड़िया दिखाई दिया. हालांकि वन विभाग की टीम उसे पकड़ नहीं पाई.
ड्रोन में दिखा एक और भेड़िया
ड्रोन के जरिए भेड़ियों की लोकेशन ट्रेस करने में जुटे एक्सपर्ट को एक लंगड़े भेड़िये की लोकेशन मिली, जिसके बाद उस गन्ने के खेत के चारों तक जाल बिछाया गया और एक पिंजरा भी लगाया गया है. हालांकि वन विभाग को अब तक इसमें सफलता नहीं मिल पाई है. भेड़िया गन्ने के खेत से कहां निकल गया. कुछ पता नहीं चल पा रहा है.
प्रमुख वन संरक्षक रेनू सिंह ने बताया कि भेड़ियों को पकड़ने की कवायद तेज कर दी गई है. सभी टीम तेजी से अपना काम कर रही हैं और लगातार लोकेशन पता करने की कोशिश की जा रही है. वहीं टीम के एक्सपर्ट आकाशदीप बधावन ने बताया कि एक भेड़िया लोकेट हुआ है जाल बिछा दिया गया है और सभी को अलर्ट कर दिया गया है.
दूसरी तरफ इन इलाकों का दौरा करने के बाद वन मंत्री अरुण सक्सेना ने बताया कि ग्रामीण के दिल और दिमाग में भेड़ियों का आतंक छाया हुआ है. हमारी कोशिश है कि जल्द से जल्द इन भेड़ियों को पकड़ा जाए ताकि लोग दहशत से बाहर आ सके.
बता दें कि बहराइच में पिछले डेढ़ महीने से भेड़ियों का आतंक छाया हुआ है. ये भेड़िये अब तक नौ लोगों को अपना शिकार बना चुके हैं इनमें से ज्यादातर बच्चे और महिलाएं हैं. इसके साथ ही 35 लोगों को बुरी तरह घायल किया है. इन भेड़ियों का आसपास के 30 गांवों में आतंक है. डर की वजह से ग्रामीण रातभर जाग-जागकर पहरा देने को मजबूर है तो वहीं महिलाएं बच्चों को लेकर घर में दुबकी हैं.