UP Election: भदोही में बाहुबली विधायक विजय मिश्रा ने ठोकी ताल, जानिए- अब कैसे बदलेगा सपा-बसपा-भाजपा का खेल
UP Assembly Election: भदोही की ज्ञानपुर विधानसभा सीट से बाहुबली नेता विजय मिश्रा इस सीट से अपनी उम्मीदवारी ठोक दी है. वो इस सीट से चार बार विधायक रह चुके हैं.
UP Assembly Election: भदोही जनपद पूर्वांचल के बाहुबलियों के गढ़ में शुमार है. बाहुबली नेता विजय मिश्रा (Vijay Mishra) यहां की ज्ञानपुर विधानसभा सीट (Gyanpur Assembly Seat) से लगातार चार बार विधायक रह चुके हैं. इस बार फिर उन्होंने इस सीट से अपना नामांकन भर दिया है, जिससे इस सीट पर सियासी घमासान तेज हो गया है. बाहुबली विधायक की प्रतिनिधि के रूप में उनकी अधिवक्ता बेटी रीमा पांडे (Reema Pandey) ने रिटर्निंग ऑफिसर ज्ञानपुर के नामांकन कार्यालय में प्रगतिशील मानव समाज पार्टी के टिकट पर नामांकन किया है.
भदोही जनपद में बहुचर्चित ज्ञानपुर विधानसभा सीट से आखिरकार लगातार हो रही कयासबाजी से पर्दा उठ ही गया है. आगरा जेल में बंद ज्ञानपुर विधानसभा सीट से चार बार के बाहुबली विधायक विजय मिश्रा ने अपनी परंपरागत सीट से पांचवी बार नामांकन कर तमाम बातों पर पूर्ण विराम लगा दिया है. विजय मिश्रा की बेटी रीमा पांडे ने नामांकन पत्र जमा कराया. इस दौरान जब रीमा ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि निषाद पार्टी ने टिकट नहीं दिया तो क्या हुआ, हमारे पिता और ज्ञानपुर के विधायक किसी के मोहताज नहीं है, उनके पीछे लाखों लाख जनता है. उन्हीं के कहने पर हमने नियमों के मुताबिक उनका नामांकन भरा है.
भदोही जहां कालीन नगरी के साथ बाहुबली विधायक विजय मिश्रा के लिए भी जाना जाता है. विजय मिश्रा तीन बार समाजवादी पार्टी से और पिछले चुनावों में निषाद पार्टी से चुनाव लड़े थे और चारों बार उन्हें जीत हासिल हुई. खास बात ये थी मोदी लहर में भी उनकी जीत का सिलसिला चलता रहा था. विजय मिश्रा इन दिनों आगरा की केंद्रीय जेल में बंद हैं और अब उन्होंने पांचवी बार फिर से अपना नामांकन कर दिया है.
विजय मिश्रा ने पांचवीं बार ज्ञानपुर सीट पर अपनी दावेदारी ठोक कर सपा, बसपा, भाजपा, कांग्रेस और निषाद पार्टी को बता दिया है कि उनका जलवा अब भी कायम हैं. जाहिर है चुनावी मैदान में उनके ताल ठोकने से सभी पार्टियों को नुकसान होगा. मंगलवार को उनकी बेटी प्रस्तावक समेत आगरा की जेल पहुंची और न्यायालय के अनुमति से जेल परिसर में बाहुबली विधायक का नामांकन पत्र भरने की प्रक्रिया को पूरी कराई. जिसके बाद इन कागजों को भदोही में जमा करवा दिया गया.
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