हिंडन, (भाषा)। पाकिस्तान के बालाकोट में हुए हवाई हमले की रणनीतिक प्रासंगिकता आतंकवादी हमलों को अंजाम देने वालों को दंडित करने के लिए राजनीतिक नेतृत्व के संकल्प को दर्शाती है और सरकार के आतंकवादी हमलों से निपटने के तरीके में यह एक प्रमुख बदलाव रहा है। भारतीय वायुसेना प्रमुख आर के एस भदौरिया ने मंगलवार को कहा । वायुसेना दिवस के मौके पर अपने संदेश में भदौरिया ने भविष्य के सभी अभियानों में परिचालन सफलता सुनिश्चित करने के लिए भारतीय वायुसेना को लड़ाकू उपकरणों और असाधारण प्रशिक्षण मानकों की उच्च सेवा क्षमता को बनाए रखना चाहिए।
भारतीय वायुसेना (आईएएफ) की स्थापना की 87वीं वर्षगांठ के अवसर पर हिन्डन एयरबेस में आयोजित कार्यक्रम में वायुसेना प्रमुख भदौरिया ने कहा, 'इसकी रणनीतिक प्रासंगिकता आतंकवाद को अंजाम देने वालों को दंडित करने के लिए राजनीतिक नेतृत्व का संकल्प है और पाकिस्तान के अंदर आतंकवादियों के खिलाफ हमले को अंजाम देने की वायुसेना की क्षमता है। आतंकवादी हमलों से निपटने के सरकार के तरीके में यह एक बड़ा बदलाव है।'
हिंडन एयरबेस पर अपने एक अलग संबोधन में हाल ही में वायुसेना प्रमुख का पद संभालने वाले भदौरिया ने यह भी बताया कि भू-राजनीतिक वातावरण तेजी से बदल रहा है और अनिश्चितताओं ने राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए कई चुनौतियां खड़ी कर दी हैं।
बालाकोट हवाई हमले का हवाला देते हुए वायुसेना प्रमुख ने कहा, 'यह बेहद महत्वपूर्ण है कि हम मौजूदा आतंकवाद के इस्तेमाल के खतरे के प्रति हमेशा सतर्क और चौकन्ना रहें। वर्ष के दौरान, वायुसेना ने आतंकवादी हमलों को अंजाम देने के वालों को दंडित करने के अपने संकल्प और क्षमता का प्रदर्शन किया है और हमें अपने देश की रक्षा को चुनौती देने वाली किसी भी आकस्मिक घटना से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार रहने की आवश्यकता है ।' इस साल 14 फरवरी को पुलवामा में हुए आतंकवादी हमलों के बाद भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के बालाकोट में हवाई हमले को अंजाम दिया था । पुलवामा आतंकवादी हमले में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के कम से कम 40 जवान शहीद हो गए थे।