बलियाः उत्तर प्रदेश के बलिया में कोरोना संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिये 'सक्रिय रोग निरोधक' की शुरुआत की गई. इसके साथ ही कोरोना संक्रमण से होने वाली मृत्यु दर कम करने के लिए "कोरोना औषधि किट" की भी शुरुआत की गई. योगी सरकार के फरमान के बाद जिला प्रशासन ने दावा किया है कि "सक्रिय रोग निरोधक "के जरिये कोरोना के संक्रमण को करीब 80 फीसदी तक रोकने में कामयाब हो सकेंगे.


यही नहीं योगी सरकार के इस फरमान में कोरोना वायरस के संक्रमण से होने वाली मौतों को कम करने के लिए जिला प्रशासन ने "कोरोना औषधि किट" का शुभारंभ भी किया. जिला प्रशासन ने यह दावा किया है कि पूरे उत्तर प्रदेश में अलग-अलग समय पर शासन ने कोरोना की प्रभावी रोकथाम के लिए भले ही आदेश किए हैं मगर पूरे कंबाइन पैकेज की शुरुआत आज बलिया से की गई है.


दरअसल, कोरोना वायरस के संक्रमण की रोकथाम के लिए दो इंटरवेंशन किट की शुरुआत की गई है। कोरोना इंटीग्रेटेड कंट्रोल कमांड के प्रभारी ने बताया कि सक्रिय रोग निरोधक की शुरुआत की गई है. जिसमें विभिन्न स्टडीज के द्वारा बताया है कि इवेर्मेसीटीन अगर 12 मिलीग्राम की गोलियां पहले दिन और फिर सातवें और तीसवें दिन लेते हैं तो कोरोना संक्रमण की संभावना 80 फीसद तक कम हो जाती है. उन्होंने बताया कि सक्रिय रोग निरोधक के जनपद में स्थि सी.एस.सी और पी.एच सी. पर करीब 35 हजार डोज भिजवाए हैं.


उन्होंने बताया कि इसके अलावा कोरोना औषधि किट लॉन्च की गई है. इस किट में कोरोना को लेकर हुई अब तक के सभी अध्ययनों पर आधारित दवाइयां शामिल हैं. यह एक संपूर्ण किट है. जिसमें इवेरमएक्टिन और विटामिन डी से लेकर एजिथ्रोमाईसीन, डॉक्सीसाइक्लिन समेत सारी दवाइयां हैं. इन सारी दवाइयों को लेने के तरीके को एक लीफलेट के जरिए मरीज को बताया जाएगा. उन्होंने दावा किया कि जनपद में कोरोना से होने वाली मृत्यु दर को कम किया जा सकेगा.


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