Ballia District Hospital News: उत्तर प्रदेश (UP) के बलिया के जिला चिकित्सालय में भर्ती मरीजों की हीट स्ट्रोक से मौत होने के मामले में योगी सरकार (Yogi Government) में परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह (Dayashankar Singh) ने चौंकाने वाला बयान दिया है. दयाशंकर सिंह ने कहा कि गर्मी के समय में मृत्यु दर बढ़ जाती है. इसके पहले भी गर्मी के मौसम में ऐसा होता रहा है. ऐसा नहीं है कि केवल इसी की वजह से हो रहा है. मंत्री ने कहा कि उसमें केवल बुजुर्ग लोग जो 60-70 साल के ऊपर के लोग ही हैं तो सामान्यतः ये होता है. नेचुरल डेथ भी हो रही है. मृत्यु स्वाभाविक भी हो रही है. सब उससे ही जोड़ कर न देखा जाए.


इस बीच बलिया के जिला चिकित्सालय में अब तक कुल 55 मरीजों की मौत होने के बाद यूपी सरकार ने इस मामले की जांच के लिए दो निदेशक स्तर के अधिकारियों को जिम्मेदारी दी है. दोनों अधिकारी रविवार को जिला चिकित्सालय पहुंचे, जिसमें एक निदेशक संचारी और एक निदेशक चिकित्सा उपचार शामिल हैं. निदेशक संचारी एके सिंह ने बताया कि पहले इनमें जो मुख्य चीज है कि इतने मरीज जो भर्ती हो रहे हैं, उनकी सीरियस मैस की शार्टनेस टाइम क्या है, कितने समय में यह सीरियस हो रहे हैं. एक से दो दिन या एक से चार दिन या एक से दो घंटे में तो सीरियस मैस वाली चीज पहले हम लोग देखेंगे. कितना टाइम ड्यूरेशन है, जिसमें यह घर से बीमार होने के बाद यहां पर आ गए हैं.


पीने के पानी की भी होगी जांच


एके सिंह ने कहा कि दूसरी बात यह है कि अगर यह सिरिओसनेस दो दिन में हो रहा है तो क्या वजह है. यह चेस्ट पेन मोस्टली की चेस्ट पेन और सांस फूलने की बीमारी है, जितने मरीज को देखा वह सबसे पहले यही बताया कि सीने में दर्द हुआ, उसके बाद बुखार हुआ और सांस फूलने लगी तो यह लक्षण के साथ हम जांच करेंगे. ब्लड, यूरीन और सिरम की जांच होगी और कुछ डायरिया के मरीज हैं, उनके स्टूल की भी हम लोग जांच करेंगे. यह सब टेस्ट होने के बाद यह कोशिश करेंगे कि रिपोर्ट जल्दी से आ जाए. जिले के 2 ब्लॉकों से ज्यादा मरीज आए हैं तो वहां भी हम लोग जाकर पीने के पानी की भी जांच करेंगे.


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