नारद क्यों हुए नाराज? यूं ही नहीं बदली सपा पर अपनी राय, जानें- अखिलेश यादव से दूर जाने की इनसाइड स्टोरी
Narad Rai के भाजपा में जाने की चर्चा से ही सपा की मुश्किलें बलिया में बढ़ गई हैं. नारद राय समाजवादी पार्टी में भूमिहारों के बड़े नेता थे
Narad Rai News: बलिया अपने बागी तेवरों के लिए जाना जाता है और ऐसा ही जिले के नेता इस वक्त बागी हो गए हैं. समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता और पूर्व मंत्री रहे नारद राय बागी हो गए हैं. उनका यह बागी रुख पूर्वांचल में होने वाले लोकसभा चुनाव के अंतिम चरण में समाजवादी पार्टी के लिए मुश्किलें खड़ी कर रहा है. नारद राय मतदान के पहले बीजेपी ज्वाइन कर सकते हैं. सूत्रों की माने तो नारद राय अमित शाह के साथ बलिया में मंच साझा करते हुए BJP की सदस्यता ले सकते हैं.
नारद राय ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा कि "नेताजी ने कहा था अगर अपने लोगों के सम्मान पर आंच आए तो किसी के बगावत कर जाना पर झुकना मत". नारद राय ने सोमवार को बलिया में अपने समर्थकों के साथ बड़ा शक्ति प्रदर्शन किया. उन्होंने कहा कि सपा के मंच पर मेरा अपमान हुआ, मैं इसे भूलना चाहता था, पर जनता ने मुझे कोसा, उन्होंने कहा राष्ट्रीय अध्यक्ष ने आपका नाम तक नहीं लिया. मैंने बलिया में विकास कार्य करवाया, क्या अखिलेश यादव जी मंच से यह नहीं बता सकते थे, कि वह काम नारद राय ने करवाया है. पहले भी हमारा अपमान हुआ, अखिलेश यादव ने हमें टिकट दिया और हमें हराने का इंतजाम भी कर दिया.
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नारद ने लगाए साजिश के आरोप
इस बैठक के बाद नारद राय वाराणसी गए, वहां अमित शाह से उनकी मुलाकात हुई. अपनी मुलाकात की तस्वीर को नारद राय ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर भी पोस्ट किया. इस तस्वीर में नारद राय के साथ ओमप्रकाश राजभर भी अमित शाह से मुलाकात करते हुए दिखाई दिए. जानकारी के मुताबिक शनिवार को बलिया में हुए एक जनसभा में अखिलेश यादव ने मंच से नारद राय का नाम नहीं लिया , जिस कारण वो नाराज हो गए. इस मामले पर नारद राय का कहना कि एक साजिश है तहत उनका नाम सूची से हटाया गया.
नारद राय के BJP में जाने की चर्चा से ही सपा की मुश्किलें बलिया में बढ़ गई हैं. नारद राय समाजवादी पार्टी में भूमिहारों के बड़े नेता थे और उनका अपना एक जनाधार था, जो कि BJP में शामिल होने के बाद वह BJP की तरफ शिफ्ट होता हुआ दिखाई दे रहा है. सोमवार को नारद राय की सभा में भी उन्होंने बड़ा शक्ति प्रदर्शन किया जो इस बात को दर्शाता है कि उनके साथ एक बड़ा तपका BJP की तरफ जा सकता है.