Ballia Flood: बलिया में गंगा ने मचाई तबाही, बाढ़ की वजह से 8 गांव प्रभावित, लोग घर खाली करने को मजबूर
UP News: यूपी के बलिया में गंगा नदी में आई बाढ़ की वजह से बैरिया तहसील क्षेत्र के आठ गांव बुरी तरह से प्रभावित हैं. प्रभावित गांवों की बिजली भी काट दी गयी है.
![Ballia Flood: बलिया में गंगा ने मचाई तबाही, बाढ़ की वजह से 8 गांव प्रभावित, लोग घर खाली करने को मजबूर Ballia News 8 villages affected due to flood people forced to vacate their houses ANN Ballia Flood: बलिया में गंगा ने मचाई तबाही, बाढ़ की वजह से 8 गांव प्रभावित, लोग घर खाली करने को मजबूर](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2022/08/31/231e2fd20cd9bca65e9a2e86b0069b541661922549523448_original.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=1200&height=675)
Ballia News: धौलपुर बैराज से 25 लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने के बाद बलिया (Ballia) में गंगा नदी (Ganga River) अपने पूरे उफान पर है. गंगा नदी में आई बाढ़ की वजह से बैरिया तहसील क्षेत्र के आठ गांव बुरी तरह से प्रभावित है. प्रभावित गांवों की बिजली भी काट दी गयी है. बाढ़ का पानी इन गांवों में घुस गया है और इस कदर तबाही मचाना शुरू कर दिया है कि मजबूर होकर यहां के लोग अपने घरों को खाली कर आवश्यक सामानों को लेकर राष्ट्रीय राजमार्ग 31 के बंधे पर शरण लिए हुए है.
लोगों की बढ़ी मुश्किलें
इसी के साथ स्कूल, कॉलेजों में भी पानी घुस गया है जिस कारण स्कूल कॉलेज के छात्रों की छुट्टी कर दी गई है. हालांकि जिला प्रशासन बाढ़ के कहर से पीड़ित लोगों के लिए बाढ़ शरणालय, बिजली के लिए जनरेटर, लंच और डिनर पैकेट, तिरपाल, बाढ़ किट के साथ ही छोटी और मझोली नाव की व्यवस्था करने की बात कह रहा है. दरअसल, उत्तरप्रदेश के बलिया जिले के बैरिया तहसील क्षेत्र में पिछले कई दिनों से लगातार गंगा नदी के बढ़ने के कारण यहां बाढ़ आई हुई है. लोग जरूरी सामान और अपने दुधारू पालतू पशुओं के लेकर अपने-अपने घरों के जरूरी सामानों को लेकर पिछले पांच दिनों से यहां रहने को मजबूर है. उन्होंने कहा कि प्रशासन की ओर से कोई व्यवस्था नहीं की गई है. प्रशासन की तरफ से केवल खाना मिल रहा है.
प्रभावित गांवों की बिजली कटी
साथ ही कॉलेजों में पढ़ने वाले छात्रों की छुट्टी कर दी गई है. इस गांव के प्रधान प्रतिनिधि की माने तो यहां के 50 - 60 घर बाढ़ से प्रभावित है. यहां पर तीन नावों की व्यवस्था की गई है. बाढ़ चौकी बनाई गई है. इसके अलावा कोई व्यवस्था प्रशासन की तरफ से नही की गई है. यहां पर शरणार्थियों के लिए अभी कोई व्यवस्था प्रशासन की तरफ से नही की गई है. बाढ़ से लोगों की दिनचर्या अस्त-व्यस्त हो गई है. लोगों को शौच के लिए भी दिक्कत हो रही है. वहीं जंगली जानवर और सांप, बिच्छू का डर बना हुआ है.
बैरिया के उप-जिलाधिकारी की माने तो धौलपुर बैराज से 25 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया था. उसमें गंगा नदी में पानी बढ़ा है. बैरिया तहसील क्षेत्र के आठ गांव इससे प्रभावित है. कुछ लोगों के घरों में पानी चला गया है. शासन के निर्देश पर बाढ़ शरणालय बना है लेकिन इन शरणालयों में जाने के लिए लोगों में अभी हिचक है. इन प्रभावित गांवों की बिजली काट दी गई है क्योंकि यहां अगर पानी आता है तो इलेक्ट्रिक शॉक का खतरा है. जो लोग बंधे पर रह रहे है और जो लोग अपने घरों में है उनको भी लंच और डिनर का पैकेट दिया जा रहा है. बाढ़ किट भी दी जा रही है. छोटी और मझोली नाव की व्यवस्था भी की गई है और रोशनी, मोबाइल चार्जिंग के लिए जनरेटर की व्यवस्था की गई है. बढ़ते हुए पानी के लिए हम लोगों ने पूरी व्यवस्था कर ली है.
ये भी पढ़ें:-
UP News: यूपी सरकार का बड़ा एलान, चिकित्सा शिक्षा क्षेत्र में भरे जाएंगे 57,000 पद, जानें योजना
ट्रेंडिंग न्यूज
टॉप हेडलाइंस
![ABP Premium](https://cdn.abplive.com/imagebank/metaverse-mid.png)