Ballia में कहर बरपा रही सरयू, हजारों बीघा फसल बर्बाद, परेशान ग्रामीणों ने प्रशासन पर लगाया ये आरोप
UP News: बाढ़ प्रभावित ग्रामीणों का कहना है कि प्रशासन के लोग यहां आए थे और यह कहकर चले गए कि व्यवस्था की जा रही है. अभी तक कोई व्यवस्था नहीं की गई है.
Uttar Pradesh News: यूपी के बलिया (Ballia) में सरयू नदी (Saryu river) में आई बाढ़ ने एक बार फिर से तबाही मचाना शुरू कर दिया है जिसके कारण पूरे जनपद में लगभग 24 गांव पूरी तरह प्रभावित हो गए हैं. वहीं बांसडीह तहसील क्षेत्र के रेकहां गांव से टी.एस. बंधे को जोड़ने वाली एक सड़क गांव के पास आधी रात को टूट गयी है जिसकी वजह से दो ग्राम सभा पूरी तरह प्रभावित है. वहीं हजारों बीघे धान की फसल बर्बाद हो गई है.
ग्रामीणों ने लगाया ये आरोप
ग्रामीणों का कहना है कि प्रशासन के लोग यहां आए थे और यह कहकर चले गए कि व्यवस्था की जा रही है. अभी तक प्रशासन की तरफ से कोई व्यवस्था नहीं की गई है. वहीं डीएम का कहना है कि बांसडीह तहसील क्षेत्र में घाघरा नदी में आई बाढ़ से यहां पर आबादी पूरी तरह प्रभावित हुई है और फसलें भी प्रभावित हुई हैं. बाढ़ चौकी और कंट्रोल रूम स्थापित कर दिया गया है. नाव और खाने के फूड पैकेट और ड्राई राशन की व्यवस्था शुरू कर दी गयी है.
बलिया के बांसडीह तहसील क्षेत्र के रेकहां ग्राम सभा में सरयू (घाघरा) नदी में आई इस बार की बाढ़ के पानी के दबाव से सड़क टूटी गई है. की है. बीती आधी रात को यह सड़क जो टीएस बंधे को जोड़ने वाली है बाढ़ की वजह से कट गई है. इसकी वजह से इस ग्राम सभा के हजारों लोगो के घरों में पानी घुस गया है. लोग यहां अपने घरों को छोड़कर टीएस बंधे पर आ गए हैं. बाढ़ से पीड़ित ग्रामीणों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. 700-800 परिवार के लोग प्रभावित हैं.
ग्रामीणों ने क्या बताया
ग्रामीणों ने बताया कि, प्रशासन से डीएम साहब और एसडीएम साहब आए थे और देखकर चले गए. हजारों बीघा धान की फसल बर्बाद हुई है. वहीं पीड़ित रामायण यादव की मानें तो बंधा एक बजे रात को या टूटा है. सभी लोग अपने घर में सोए हुए थे और अचानक हलचल मच गई. कोई भी अपना सामान नहीं निकाल पाया. प्रशासन की तरफ से कोई मदद नहीं मिल रही है.
डीएम ने क्या बताया
हालांकि तहसील क्षेत्र बांसडीह में सरयू (घाघरा) नदी से हो रही तबाही और उससे प्रभावित लोगों को देखने के लिए डीएम बलिया ने मौके पर पहुंचकर हालात का जायजा लिया है. वहीं डीएम की मानें तो तहसील बस्ती में घाघरा नदी में जो बाढ़ की स्थिति है उसका निरीक्षण किया है, अभी नदी का पानी स्थिर हुआ है लेकिन यहां पर आबादी पूरी प्रभावित हुई है और फसल भी प्रभावित हुई है. कुछ लोग जो बंधे पर आ गए हैं. बाढ़ चौकियां स्थापित हो चुकी हैं और कंट्रोल रूम भी चल रहा है. यहां पर नाव भी लगा दी गई है और खाने के फूड पैकेट और ड्राई राशन की व्यवस्था शुरू कर दी गई है. पूरे जनपद में अभी लगभग 24 गांव प्रभावित हैं.