UP News: उत्तर प्रदेश के बलरामपुर (Balrampur) जिले में बाढ़ (Flood) से अभी राहत नहीं मिली है. जिले के तकरीबन 200 गांव ऐसे हैं जो अभी भी पानी से घिरे हुए हैं. बाढ़ के कारण लोगों के मकान और दुकान बड़े पैमाने पर प्रभावित हुए हैं. जिला प्रशासन के मुताबिक वह बाढ़ पीड़ितों (Flood Victim) तक तेजी से मदद पहुंचाने की कोशिश कर रहा है. 


मंडी समिति में तैयार हो रहा किट


जिला प्रशासन ने मंडी समिति स्थल पर राहत किट के वितरण के लिए पैकेजिंग की व्यवस्था सुनिश्चित की है. जिला प्रशासन ने लक्ष्य रखा है कि वह प्रतिदिन सात से आठ हजार राहत किट तैयार करवाएगा. इसके बाद लेखपालों और ग्राम प्रधानों के माध्यम से ग्रामीणों में वितरित कराया जाएगा. जिलाधिकारी डॉ. महेंद्र कुमार ने जानकारी दी कि जिला प्रशासन लगातार बाढ़ पीड़ितों को मदद पहुंचाने की कोशिश कर रहा है. जिले में बाढ़ से घिरी तमाम ग्राम सभाओं में अब पानी कम हो रहा है, जिस कारण से आवागमन शुरू हो गया है.


जिले के नौ ब्लॉक में भेजा जा रहा राहत किट


जिलाधिकारी ने बताया कि हम रोजाना लेखपालों और ग्राम प्रधानों के माध्यम से बाढ़ राहत किट का वितरण कर रहे हैं. अब तक हमने तकरीबन 12 हजार बाढ़ राहत किट का वितरण किया गया है. हमारी कोशिश है कि बाढ़ पीड़ितों तक तेजी से मदद पहुंचे इसलिए अब बाढ़ राहत किट की पैकेजिंग भी बलरामपुर में करवाई जा रही है. हमारा लक्ष्य है कि हम रोजाना 8000 से अधिक बाढ़ राहत किट तैयार करके जिले के सभी नौ ब्लॉकों में भेजें और वहां पर ग्राम प्रधानों और लेखपालों के माध्यम से उसे वितरित करवाएं. उन्होंने कहा बाढ़ राहत किट में दैनिक उपभोग की 17 वस्तुएं हैं, जिससे बाढ़ में तबाह हुए लोगों की परेशानी कुछ हद तक कम हो सकेगी. उन्होंने बताया कि किट में आटा, दाल, चावल और आलू भी शामिल है. 


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