Balrampur News: उत्तर प्रदेश के बलरामपुर जिले के सदर विधायक पलटूराम जिन्हें योगी आदित्यनाथ के पहले कार्यकाल में सैनिक कल्याण और होमगार्ड राज्यमंत्री का दर्जा दिया गया था. उन पर अब गंभीर आरोप लगाए जा रहे हैं. बीजेपी में सक्रिय सदस्य के तौर पर काम कर रहे अनिल श्रीवास्तव ने विधायक पलटूराम और जिलाध्यक्ष प्रदीप सिंह पर सपा के पूर्व विधायक आरिफ अनवर हाशमी की मदद करने और उनकी सीज की गई संपत्ति को रिलीज कराने में मदद करने का आरोप लगाया है. हालांकि अनिल श्रीवास्तव द्वारा उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री को भेजी गई आरोपों से भरी चिट्ठी के वायरल होने के बाद अनिल श्रीवास्तव को पार्टी से निष्कासित कर दिया गया है.


बलरामपुर सदर विधानसभा सीट से साल 2017 के चुनाव में पलटूराम ने जीत हासिल की थी. जिसके बाद योगी सरकार के पहले कार्यकाल के अंतिम दौर में उन्हें 6 महीने के लिए सैनिक कल्याण और होमगार्ड राज्य मंत्री का दर्जा दिया गया था. साल 2022 के चुनाव में पलटूराम ने सदर विधानसभा से दोबारा चुनाव लड़ा और विधायक चुने गए. अब उन पर उनकी ही पार्टी के सदस्य अनिल श्रीवास्तव द्वारा गंभीर आरोप लगाए गए हैं. 


बता दें कि अनिल श्रीवास्तव ही वह शख्स है जिसने सपा के पूर्व विधायक आरिफ अनवर हाशमी की सबूत सहित शिकायत शासन में की थी जिसके बाद प्रशासन ने पूर्व सपा विधायक आरिफ अनवर हाशमी की अब तक करीब 132 करोड़ रुपयेकी संपत्ति को कुर्क किया है. अनिल श्रीवास्तव ने सदर विधायक पलटूराम और जिलाध्यक्ष प्रदीप सिंह पर गंभीर आरोप लगाते हुए उत्तर प्रदेश सरकार को एक चिट्ठी भेजी है. जिसमें उन्होंने दोनों को "आस्तीन का सांप" बताते हुए कहा कि पूर्व विधायक आरिफ अनवर हाशमी की स्थानीय कोर्ट से संपत्ति को रिलीज कराने के लिए एक बड़ी डील इन दोनों जनप्रतिनिधियों ने कराई है. जिसके चलते पूर्व विधायक हाशमी की संपत्ति स्थानीय कोर्ट से रिलीज करने का आदेश हुआ. उन्होंने चिट्ठी में यह भी बताया है कि इस आदेश के खिलाफ उन्होंने हाईकोर्ट में एक रिट फाइल की जिसके बाद इस आर्डर को हाई कोर्ट से रिमांड कर दिया और कार्रवाई जस की तस रुक गई. 


जिलाध्यक्ष प्रदीप सिंह ने अनिल श्रीवास्तव को पार्टी से किया निष्काषित


अनिल श्रीवास्तव द्वारा चिट्ठी लिखे जाने के बाद से ही अनिल श्रीवास्तव के निष्कासन की प्रक्रिया शुरू हो गई थी और अब उन्हें आधिकारिक रूप से जिलाध्यक्ष प्रदीप सिंह ने पत्र जारी कर पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने का आरोप लगाते हुए उन्हें पार्टी से निष्कासित कर दिया है. जिलाध्यक्ष प्रदीप सिंह ने बताया कि अनिल श्रीवास्तव खुद एक गैर राजनीतिक दल बनाकर काम कर रहे हैं और साल 2022 के विधानसभा चुनाव में इन्होंने पार्टी विरोधी गतिविधियां की थी जिस को संज्ञान में लेकर अब इन्हें निष्कासित किया गया है. उन्होंने यह भी कहा कि यदि उनके आरोपों में कोई सत्यता मिलती है तो मैं अपने पद से इस्तीफा दे दूंगा, वहीं विधानसभा सत्र चलने के कारण सदर विधायक पलटू राम का पक्ष पूरे मामले पर अभी तक नहीं मिल सका है.


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