Balrampur Rain: 150 गांव राप्ती नदी के पानी से घिरे, बढ़ता जा रहा है तटबंध टूटने का खतरा
Rapti River Flood: बलरामपुर (Balrampur) में राप्ती नदी (Rapti River) के किनारे बनाए गए तटबंध कई जगह से क्षतिग्रस्त हो गए हैं. करीब 150 गांव (Village) राप्ती के पानी से घिरे हुए हैं.
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Balrampur Rapti River Flood: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के बलरामपुर (Balrampur) जिले में राप्ती नदी (Rapti River) चेतावनी बिंदु से 20 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है. इस बीच सदर तहसील क्षेत्र में विधायक पल्टूराम बाइक से गांवों में पहुंचकर लोगों की समस्याएं सुनकर राहत पहुंचाने का काम कर रहे हैं. करीब 150 गांव (Village) राप्ती के पानी से घिरे हुए हैं. 24 गांवों में पानी 3 से 4 फीट तक भर चुका है. तटवर्ती गांवों में राप्ती नदी एक दर्जन से अधिक गांवों में कटान कर रही है. अब तक किसानों (Farmers) की सैकड़ों हेक्टेअर फसल (Crop) नदी में समा चुकी है. गांव के लोग घर छोड़कर सुरक्षित स्थानों पर जाने को मजबूर हैं.
तटबंध टूटने का खतरा
रास्तों पर अधिक पानी का बहाव होने के कारण आवागमन बंद हो चुका है. अधिकतर गांवों में अभी तक राहत सामग्री नहीं पहुंच पाई है. हालांकि, नदी जलस्तर में गिरावट दर्ज की जा रही है लेकिन बाढ़ वाले क्षेत्रों में खतरा और बढ़ता जा रहा है. राप्ती नदी के किनारे बनाए गए तटबंध कई जगह से क्षतिग्रस्त हो गए हैं. कुछ स्थानों पर राप्ती नदी ने अपना रास्ता मोड़ लिया है और तटबंध के काफी नजदीक से गुजरने लगी है जिससे वहां तटबंध टूटने का खतरा मंडराने लगा है. तटबंधों को बचाने की कवायद में सिंचाई विभाग के अधिकारी जुटे हैं.
ग्रामीणों को भुगतना पड़ता है खामियाजा
ग्रामीणों का कहना है कि समय से बचाव कार्य नहीं किया जाता है तो खामियाजा हजारों ग्रामीणों को भुगतना पड़ता है. राप्ती नदी के किनारे बने चंदापुर बांध पर पहुंचकर सदर विधायक पल्टूराम ने लोगों की समस्याएं सुनी और उसे दूर करने का भरोसा दिलाया. विधायक ने कहा कि आने वाले समय में गांवों को बचाने के लिए स्थाई निराकरण कराने का प्रयास किया जाएगा. उन्होंने तटबंधों की दशा के लिए पूर्व की सरकारों को जिम्मेदार ठहराया.
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