(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Balveer Giri in Baghambri Math: बलवीर गिरि बने बाघम्बरी मठ के महंत, संतों ने चादर ओढ़ाकर पूरी की रस्में
Balveer Giri: प्रयागराज के बाघम्बरी मठ में महंत नरेंद्र गिरि का षोडसी संस्कार पूरा हो गया. वहीं, नरेंद्र गिरि के उत्तराधिकारी के रूप में मठ की गद्दी बलवीर गिरि को सौंप दी गई.
Balveer Giri in Baghambri Math: साधु संतों की सबसे बड़ी संस्था अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के दिवंगत अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि का षोडसी संस्कार आज प्रयागराज के बाघम्बरी मठ में पूरी आस्था और श्रद्धा के साथ आयोजित हुआ. इस मौके पर देश भर से जुटे संत महात्माओं ने उन्हें याद किया और नम आंखों के बीच उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी. षोडसी समारोह में ही महंत नरेंद्र गिरि के उत्तराधिकारी के तौर पर उनके शिष्य बलवीर गिरि के नाम का ऐलान किया गया और उनकी चादर पोशी की रस्म अदा की गई. तमाम अखाड़ों के महामंडलेश्वरों- पदाधिकारियों व कार्यक्रम में मौजूद संत महात्माओं ने चादर ओढ़ाकर बलवीर गिरी की महंतई पर अपनी मुहर लगाई.
सीएम योगी ने भेजी चादर
यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ लखनऊ में पीएम मोदी के कार्यक्रम में मौजूद होने की वजह से इस कार्यक्रम में शामिल तो नहीं हो सके, लेकिन उन्होंने बलवीर गिरि के लिए अपनी तरफ से चादर भिजवाई. बाघम्बरी मठ का महंत बनने के बाद बलवीर गिरि सबसे पहले अपने गुरु महंत नरेंद्र गिरि की समाधि पर गए और वहां माथा टेक कर उनका आशीर्वाद लिया. महंत नरेंद्र गिरि की षोडसी का भंडारा देर शाम तक चलता रहा. षोडसी- चादरपोशी और भंडारे की रस्म में देश भर से संत महात्मा और अनुयायी शामिल हुए.
संतों को दान दिया गया
षोडसी और चादर पोशी की रस्म प्रयागराज के बाघम्बरी मठ में ही संपन्न हुई. सुबह के वक्त शांति पाठ हुआ, जिसमें महंत नरेंद्र गिरि के उत्तराधिकारी बलबीर गिरि भी शामिल हुए. इसके साथ ही पिछले कई दिनों से चल रहे रुद्राभिषेक का समापन भी हुआ. षोडसी के मौके पर गुद्दड़ अखाड़े के संतो को तमाम सामान दान में दिए गए.
महंत नरेंद्र गिरि को याद किया गया
श्रद्धांजलि सभा की शुरुआत मठ के बटुकों द्वारा किए गए वेद मंत्रों के साथ हुई. श्रद्धांजलि सभा में कई अखाड़ों के आचार्य महामंडलेश्वर - महामंडलेश्वर, पदाधिकारी व दूसरे साधु संत शामिल हुए. श्रद्धांजलि सभा में मौजूद संतों ने महंत नरेंद्र गिरि से जुड़ी अपनी यादें ताजा की और उन्हें अमर बताया. ज्यादातर लोगों ने कहा कि महंत नरेंद्र गिरि ने सनातन परंपरा को आगे बढ़ाने, अखाड़ों को मजबूत करने और संत महात्माओं को एकजुट करने के लिए जो काम किए थे, वह बेमिसाल थे और उनकी भरपाई कतई नहीं की जा सकती.
गुरु के बताए रास्ते पर चलेंगे
चादर पोशी होने और मठ का नया महंत बनने के बाद बलबीर गिरी ने कहा कि, वह अपने गुरु के बताए रास्ते पर चलेंगे और सनातन परंपरा को आगे बढ़ाने की कोशिश करेंगे. वह मठ को और गौरवशाली व समृद्धि बनाएंगे तो साथ में ही समय-समय पर वरिष्ठ संतों व अखाड़े के पदाधिकारियों से आशीर्वाद व मार्गदर्शन भी लेते रहेंगे.
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