Mahant Narendra Giri Successor: अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष और श्रीमठ बाघंबरी गद्दी के महंत नरेंद्र गिरि (Mahant Narendra Giri) की मृत्यु के बाद बलवीर गिरी (Balveer Giri), महंत नरेंद्र गिरि के उत्तराधिकारी होंगे. सुसाइड नोट में महंत ने बलवीर गिरी को ही विरासत सौंपी थी. वो तकरीबन 15 साल पुराने शिष्य हैं.


बलवीर गिरि इस समय निरंजनी अखाड़े के उप महंत हैं और हरिद्वार स्थित बिल्केश्वर महादेव मंदिर की व्यवस्था का संचालन करते हैं. महंत नरेंद्र गिरि जब अपने शिष्य आनंद गिरि से नाराज हो गए थे तो उन्होंने जो 10 साल पूर्व वसीयत आनंद गिरि के नाम की थी उसको उन्होंने रद्द कर दिया था. आनंद गिरि के स्थान पर बलबीर गिरि के नाम पर वसीयत कर दी थी. बलवीर गिरि उत्तराखंड के ही निवासी हैं और 2005 में वे संत बने थे. बलवीर गिरि साल 2019 से हरिद्वार के बिल्केश्वर महादेव मंदिर की व्यवस्था देख रहे हैं, वे योग करते हैं.


2019 में हुई बलवीर गिरि की एंट्री


आनंद गिरि को महंत नरेंद्र गिरि एक जमाने में बेटे की तरह स्नेह करते थे. प्रयागराज का सारा काम काज आनंद के पास था, बाघंबरी मठ से लेकर संगम किनारे बड़े हनुमान मंदिर तक का. आनंद तो हमेशा नरेंद्र गिरि के साथ साए की तरह रहा करते थे. साल 2019 में दोनों के रिश्ते खराब हुए तो नरेंद्र गिरि ने बलबीर गिरि को हरिद्वार से प्रयागराज बुला लिया. फिर दोनों बाघंबरी मठ में साथ-साथ रहने लगे.


महंत नरेंद्र गिरि की संदिग्ध हालात में मौत हो गई थी


बता दें कि कुछ दिन पहले महंत नरेंद्र गिरि की संदिग्ध हालात में मौत हो गई थी. उनका शव प्रयागराज के अल्लापुर स्थित बाघंबरी मठ स्थित उनके आवास में पंखे पर लटका मिला था. पुलिस ने वहां से सुसाइड नोट भी बरामद किया था.


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