Uttar Pradesh News: अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) ने बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) (Banaras Hindu University) प्रशासन पर राष्ट्रीय शिक्षा नीति (National Education Policy) के क्रियान्वयन में सुस्ती का आरोप लगाया है. एबीवीपी के छात्रों का आरोप है कि बीएचयू (BHU) में अभी तक राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 का क्रियान्वयन करने की दिशा में प्रशासन द्वारा आवश्यक कदम नहीं उठाए गए हैं. उनका कहना है कि जहां सभी विश्वविद्यालय में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को लागू करने की दिशा में तेजी से प्रयास हो रहा है तो वहीं काशी हिंदू विश्वविद्यालय में इस नीति के तहत मल्टीपल एंट्री एंड मल्टीपल एग्जिट बहू विषयक पाठ्यक्रम 4 वर्षीय स्नातक पाठ्यक्रम आदि पर अभी तक कोई कदम नहीं उठाया गया है. वहीं बीएचयू प्रशासन की तरफ से इन बातों को खारिज करते हुए कहा गया है कि बीएचयू में 2020 की राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर कमेटी गठित करके क्रियान्वयन किया जा रहा है.
एबीवीपी अध्यक्ष ने क्या कहा
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के अध्यक्ष अभय सिंह का कहना है कि, बहुत लंबे संघर्ष के बाद भारत में राष्ट्रीय शिक्षा नीति आयी. देश के सबसे बड़े विश्वविद्यालय काशी हिंदू विश्वविद्यालय में इसके क्रियान्वयन को लेकर बहु सुस्ती है. विश्वविद्यालय द्वारा राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है. कई समितियां बनाई गईं थीं, लेकिन उसका कोई असर नहीं दिख रहा है. छात्रों के लिए मल्टीपल एग्जिट पर बातों पर कोई कदम नहीं उठाया गया है.
विश्वविद्यालय ने इसपर क्या कहा
वहीं विश्वविद्यालय की तरफ से एपीआरओ चन्द्रशेखर ने बताया कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति के क्रियान्वयन पर विश्वविद्यालय शिक्षा अध्ययन शोध को ढालने के लिए विभिन्न विषयों पर हम चर्चा कर रहे हैं. इसके साथ ही विभिन्न विभागों और संकायों से इनपुट मांगे गए हैं, ताकि नई शिक्षा नीति में जो चीजें प्रस्तावित की गई हैं, उस हिसाब से हम उसे तैयार कर सकें.