Banda News: बांदा में बाढ़ की चपेट में आया लगभग 50 गांव, लोगों के घरों तक पहुंचा पानी, प्रशासन मुस्तैद
UP News: बांदा (Banda) में बाढ़ के चलते यमुना और केन नदी ने अब कहर बरपाना शुरू कर दिया है. जनपद के तीन तहसीलों के लगभग आधा सैकड़ा से अधिक गांव बाढ़ की चपेट में आ गए
Banda Flood: बांदा (Banda) में बाढ़ के चलते यमुना और केन नदी ने अब कहर बरपाना शुरू कर दिया है. जनपद के तीन तहसीलों के लगभग आधा सैकड़ा से अधिक गांव बाढ़ की चपेट में आ गए हैं. जिस वजह से 3 दर्जन गांवों का मुख्य मार्ग से संपर्क टूट गया है. यहां अभी नाव के द्वारा आवागमन हो रहा है. हालात यह है कि अब बाढ़ का पानी लोगों के घरों तक पहुंच गया है जिसके चलते लोगों को भारी मुसीबत का सामना करना पड़ रहा है. हालांकि प्रशासन द्वारा बाढ़ चौकियों के माध्यम से स्थिति पर नजर रखी जा रही है और प्रभावित क्षेत्रों पर राहत सामग्री भी पहुंचाई जा रही है. बाढ़ से निपटने के लिए जिला प्रशासन द्वारा एसडीआरएफ (SDRF) की टीम को भी बुलाया गया है.
लगभग 50 गांव बाढ़ की चपेट में
बांदा में लगभग 1 सप्ताह से जनपद की दोनों प्रमुख नदियां यमुना और केन उफान पर है. जिसके चलते जनपद की 3 तहसीलों पैलानी, बबेरू और बांदा सदर के लगभग आधा सैकड़ा से अधिक गांव बाढ़ की चपेट में आ गए हैं. हालात यह है कि अब बाढ़ का पानी लोगों के घरों तक पहुंचने लगा है जिससे लोगों की मुसीबतें बढ़ती जा रही है. जनपद के लगभग 3 दर्जन गांवों का मुख्य मार्ग से संपर्क भी टूट गया है जिसकी वजह से उन्हें आवागमन में भी दिक्कत हो रही है. हालांकि प्रशासन द्वारा प्रभावित गांवों में लोगों के आवागमन के लिए नावों की व्यवस्था की गई है लेकिन दोनों नदियों का अभी भी जलस्तर लगातार बढ़ रहा है.
इससे यह समस्या अभी और भी गंभीर हो सकती है. क्योंकि यमुना नदी खतरे के निशान से अभी लगभग 3 मीटर ऊपर बह रही है. नदी का पानी चिल्ला कस्बे में बने यमुना पुल को छूने लगा है. बाढ़ का पानी बांदा से फतेहपुर और कानपुर को जोड़ने वाले मुख्य मार्ग पर भी तेज बहाव के साथ बह रहा है जिसकी वजह से यहां से वाहनों के आवागमन को बंद कर दिया गया है. वहीं केन नदी एक बार घटने के बाद फिर से बढ़ रही है और खतरे के निशान के नजदीक पहुंच गई है.
प्रशासन लोगों तक पहुंचा रहा राहत सामग्री
हालांकि बाढ़ से निपटने के लिए प्रशासन पूरी तरीके से मुस्तैद है. जनपद में बाढ़ चौकियों की मदद से स्थिति पर नजर रखी जा रही है. साथ ही जरूरत होने पर प्रभावित स्थानों पर तत्काल राहत सामग्री और जरूरी सुविधाएं लोगों को उपलब्ध कराई जा रही है. बांदा के जिला अधिकारी अनुराग पटेल का कहना है कि जनपद में यमुना, केन और चंद्रावल नदियों में बाढ़ होने के कारण जनपद की 3 तहसीलें प्रभावित है. सबसे अधिक पैलानी तहसील में लगभग एक सैकड़ा परिवार प्रभावित है जिनके लिए राहत सामग्री की व्यवस्था की जा रही है. प्रभावित लोगों के पशुओं के लिए भी चारे की व्यवस्था की जा रही है.
उन्होंने बताया कि पैलानी तहसील में 36 गांव बबेरू तहसील में 10 गांव और बांदा सदर में 1 गांव प्रभावित है. इन सभी जगहों पर प्रभावित लोगों को राहत सामग्री बांटी जा रही है. इसके साथ ही प्रभावित गांवों में लोगों के आवागमन के लिए नावों की भी व्यवस्था कर दी गई है. उन्होंने बताया कि राहत कार्यों के लिए संबंधित सभी विभागों को एक्टिव कर दिया गया है स्थिति पर पूरी नजर रखी जा रही है. बाढ़ पीड़ितों को किसी तरह की समस्या नहीं होने दी जाएगी. जिलाधकारी ने बताया कि बाढ़ की समस्या को देखते हुए एसडीआरएफ की टीम को भी बुलाया गया है जो शीघ्र ही जनपद में आकर मोर्चा संभाल लेगी.