Banda Boat Capsize incident: उत्तर प्रदेश के बांदा (Banda) जिले के मरका (Marka) क्षेत्र से फतेहपुर (Fatehpur) क्षेत्र के जरौली घाट जा रही एक नाव गुरुवार को को यमुना नदी (Yamuna river) में डूब गई थी. जिसके बाद इस घटना की जानकारी मिलते ही प्रशासन ने लोगों को रेस्क्यू करने का काम शुरू कर दिया था. तभी से मौके पर NDRF और SDRF की टीमें मौजूद हैं. वहीं रविवार की सुबह तक, मिली जानकारी के अनुसार इस घटना में अब तक कुल 12 लोगों की मौत हो चुकी है.
बांदा नाव हादसे को लेकर बांदा एसपी ने मीडिया को रविवार की सुबह जानकारी दी. बांदा एसपी अभिनंदन द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार NDRF, SDRF और पुलिस की टीमें स्थानीय गोताखोरों के साथ बचाव अभियान कर रही हैं. बचाव अभियान के दौरान तीन और शव मिले हैं, जबकि अब तक कुल 12 शव मिल चुके हैं. वहीं तीन बॉडी अभी भी लापता है. प्रशासन का कहना है कि नदी में बहाव तेज होने से ऑपरेशन में परेशानी हो रही है.
कब हुआ था हादसा
हालांकि बरामद किए गए शवों में से कुछ की पहचान अभी की जा रही है. इसमें बताया गया कि फतेहपुर से मरका गांव जा रही एक नाव 11 अगस्त को यमुना में पलट गई थी. बताया जाता है कि ये हादसा मरका कस्बे में यमुना नदी पार करते समय नाव पलटने के बाद हुआ था. हादसे के दौरान नाव पर करीब तीन दर्जन सवार लोग थे. जिसमें से 13 लोगों को रेस्क्यू कर गुरुवार को ही बचा लिया गया था. जबकि 17 लोगों के लापता होने की बात कही जा रही थी.
बांदा नाव हादसे पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने भी दुख जताया था. उन्होंने ट्वीट कर लिखा, "जनपद बांदा अंतर्गत यमुना नदी में नाव हादसे में हुई जनहानि अत्यंत दुखद और दुर्भाग्यपूर्ण है. मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिजनों के साथ है. संबंधित अधिकारियों को तत्काल मौके पर पहुंचकर बचाव व राहत कार्य संचालित करने और घायलों का समुचित उपचार कराने के निर्देश दिए हैं."
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