Banda News: यूपी में बांदा (Banda) के बहुचर्चित एसटीएफ नरसंहार (STF Massacre) मामले में अदालत ने ठोकिया गैंग (Thokia Gang) के 13 सदस्यों को दोषी करार देते हुए उम्र कैद की सजा सुनाई है. 22 जुलाई 2007 में कांबिंग के दौरान एसटीएफ टीम (STF Team) पर ठोकिया गैंग ने हमला कर 6 जवानों सहित 7 लोगों की निर्ममता पूर्वक हत्या कर दी थी. जिसके बाद पुलिस (Police) द्वारा चलाए गए अभियान में गैंग के 16 लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था. इनमें से एक की मौत हो चुकी है. जबकि दो नाबालिग हैं. बाकी बचे 13 लोगों को विशेष न्यायाधीश (Banda Court) ने उम्र कैद की सजा सुनाते हुए उन्हें जेल भेज दिया.


जानिए क्या हुआ था उस दिन
बांदा में 22 जुलाई 2007 को फतेहगंज इलाके में एसटीएफ टीम के निकलने की सूचना पर पहले से घात लगाए बैठे अंबिका पटेल उर्फ ठोकिया गैंग द्वारा एक दिल दहला देने वाली घटना को अंजाम दिया गया था. एसटीएफ की टीम गाड़ी में सवार होकर काम्बिंग कर रही थी, गैंग के सदस्य टीले के दोनों तरफ छिपे हुए थे. जैसे ही टीम टीलों के बीच से निकली ऊपर से डकैतों ने गाड़ी पर दोनों तरफ से फायरिंग शुरू कर दी, जिससे किसी भी जवान को संभालने का मौका नहीं मिला था. उस समय गाड़ी के अंदर एसटीएफ के 6 जवान राजेश चौहान ,बृजेश यादव ,लक्ष्मण शर्मा, गिरीश चंद्र नागर ,उमाशंकर यादव और ईश्वर देव व मुखबिर रामकरण मौजूद थे. जो डकैतों की गोलियों का निशाना बन गए. कहा जाता है कि ठोकिया ने STF हत्याकांड कर अपने गुरु व पाठा क्षेत्र के दुर्दांत डकैत शिव कुमार पटेल उर्फ ददुआ की हत्या का बदला लिया था. क्योंकि इस हत्याकांड से ठीक एक दिन पहले एसटीएफ की टीम ने चित्रकूट में झलमल के जंगल में डकैत ददुआ का एनकाउंटर किया था.


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घटना के बाद हिल गया था पूरा प्रदेश
ठोकिया गैंग द्वारा की गई इस वारदात के बाद पूरा प्रदेश हिल गया था और इसके बाद सरकार ने ठोकिया के ऊपर रखे गए इनाम की राशि तत्काल बढ़ाते हुए पुलिस और एसटीएफ को शीघ्र से शीघ्र ठोकिया को जिंदा या मुर्दा पकड़ने के सख्त निर्देश जारी कर दिए गए थे. जिसके बाद एसटीएफ की टीम ने मुखबिरों का जाल फैला कर ठोकिया गैंग के 16 सदस्यों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था. जिसमें से एक सदस्य की जेल में ही मौत हो चुकी है जबकि दो नाबालिग सदस्यों का जुविनाइल कोर्ट में मामला चल रहा था. बाकी 13 सदस्यों की सुनवाई विशेष डकैती कोर्ट में 24 जून को पूरी हो चुकी थी. जिसमे आज विशेष न्यायाधीश डकैती ने फैसला सुनाते हुए सभी 13 बदमाशों को आजीवन कारागार का दोषी ठहराया और जेल भेज दिया. 


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