Shaurya Chakra: बांदा के बेटे विकास कुमार मरणोपरांत शौर्य चक्र से सम्मानित, नक्सलियों से मुठभेड़ में दिखाया था अदम्य साहस
बांदा के सीआरपीएफ कॉन्स्टेबल विकास कुमार को मरणोपरांत शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया है. वह फरवरी 2020 को नक्सलियों के साथ मुठभेड़ में शहीद हो गए थे.
UP News: छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) में दो साल पहले नक्सली हमले में शहीद हुए बांदा (Banda) निवासी सीआरपीएफ (CRPF) जवान विकास कुमार को मरणोपरांत शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया. राष्ट्रपति भवन के दरबार हॉल में आयोजित एक कार्यक्रम में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने मंगलवार को यह सम्मान उनकी पत्नी नंदिनी को सौंपा. इस सम्मान समारोह में विकास की मां कैलासिया देवी भी मौजूद रहीं.
10 फरवरी 2020 को हुए थे शहीद
बांदा के लामा गांव के रहने वाले शहीद सीआरपीएफ जवान विकास कुमार सीआरपीएफ की कोबरा 204 बटालियन में कॉन्स्टेबल पद पर तैनात थे. 9 फरवरी 2020 को बीजापुर के इरापल्ली क्षेत्र में नक्सली नेताओं के छुपे होने की सूचना मिली थी, जिस पर एक्शन लेते हुए सीआरपीएफ टीम ने ऑपरेशन की शुरुआत की थी. इस दौरान सीआरपीएफ और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ शुरू हुई जिसमें कई नक्सली मारे गए थे. इसी ऑपरेशन में नक्सलियों से लड़ते हुए 10 फरवरी को विकास कुमार भी शहीद हो गए थे.
शहीद होने से एक साल पहले ही हुई थी शादी
दो दिन बाद 12 फरवरी शहीद विकास कुमार का पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव लामा लाया गया जहां राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया. शहीद के अंतिम दर्शन के लिए स्थानीय लोगों का सैलाब उमड़ पड़ा था. इस दौरान सीआरपीएफ के कई वरिष्ठ अधिकारियों सहित जिले के सभी आला अधिकारियों ने शहीद को अंतिम सलामी दी थी. विकास के बलिदान पर उनके परिजनों को काफी गर्व है. शहीद विकास के घऱ में उनकी मां ,पत्नी और दो भाई हैं. विकास के पिता का चार साल पहले निधन हो गया था. विकास की 22 फरवरी 2019 को ही शादी हुई थी.
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