Banda News: बांदा जिला अस्पताल में मरीजों की जगह पर आवारा कुत्तों का कब्जा, ट्रामा सेंटर को बनाया आशियाना
Banda District Hospital में आवारा कुत्तों की वजह से मरीजों को काफी दिक्कत हो रही है. जब जिला अस्पताल का ये हाल है तो बाकी सरकारी अस्पतालों का अंदाजा लगाया जा सकता है.
Uttar Pradesh News: यूपी के बांदा का जिला अस्पताल (Banda District Hospital) अक्सर किसी न किसी बात को लेकर सुर्खियों में बना रहता है. ताजा मामला जिला अस्पताल के ट्रामा सेंटर का है जहां अस्पताल के अंदर एक कुत्ते का आराम फरमाते हुए वीडियो वायरल (Viral Video) हो रहा है. वीडियो में कुत्ते के नजदीक ही कई मरीज भी खड़े हैं. यह हाल तब है जब पूरे प्रदेश में डेंगू जैसी भीषण बीमारी का खतरा है. इस मामले में जब जिला अस्पताल के सीएमएस से बात की गई तो उनका कहना था ट्रामा सेंटर के दो दरवाजे हैं, दूसरे दरवाजे से कुत्ता आया होगा, आगे से ध्यान दिया जाएगा कि ऐसा ना हो.
इस्तेमाल कर रहे आशियाने के रूप में
बांदा जिला चिकित्सालय के ट्रामा सेंटर में जहां मरीजों का इलाज होता है उस जगह को आवारा कुत्ते अपने आशियाने के रूप में भी इस्तेमाल करते हैं. ट्रामा सेंटर के अंदर अक्सर कुत्ते घुस आते हैं. कभी फर्श पर लेट कर आराम करते हैं तो कभी मरीजों के बीच जाकर खाने पीने की चीजें छीन लेते हैं. सोमवार को भी जब कुछ कुत्ते अस्पताल में मौजूद थे तो किसी ने उनका वीडियो बनाकर वायरल कर दिया. वायरल वीडियो में एक कुत्ता फर्श में पड़ा आराम कर रहा है तो वहीं दूसरे वीडियो में कुत्ता स्ट्रेचर में पड़े मरीज और उसके तीमारदारों के बीच चहल कदमी कर रहा है. सरकारी अस्पताल के अव्यवस्थाओं की पोल खोलने के लिए यह वीडियो काफी है.
यह हाल जब बांदा मुख्यालय के जिला अस्पताल का है तो बाकी सरकारी अस्पतालों की अव्यवस्थाओं का अंदाजा लगाया जा सकता है. ऐसा तब है जब प्रदेश की सरकार सरकारी अस्पतालों की स्वास्थ्य व्यवस्थाएं सुधारने के लिए मिशन मोड में काम कर रही है और प्रदेश के डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक खुद आए दिन सरकारी अस्पतालों का निरीक्षण कर अव्यवस्थाओं को दुरुस्त करने के लिए चेतावनी देते दिखाई देते हैं .
मुख्य चिकित्सा अधीक्षक ने क्या कहा
अस्पताल के वायरल वीडियो के संबंध में जब जिला अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक एसएन मिश्रा से पूछा गया तो उनका कहना था कि हमारे अस्पताल के ट्रामा सेंटर में दो गेट हैं. एक प्रवेश का है और दूसरा पीछे की तरफ है, जहां से मरीजों को जांच कराने के लिए ले जाया जाता है. उन्होंने कहा कि हो सकता है पीछे के गेट से कुत्ता घुस आया हो. आज हमने पूरे अस्पताल का राउंड भी लिया है और स्वीपर और वार्ड बॉय को निर्देशित किया गया है कि आगे से कोई कुत्ता अस्पताल के अंदर ना घुसे.