Banda News: जिलाधिकारी बने ड्राइवर, सेवानिवृत्त चालक को खुद गाड़ी चलाकर छोड़ा घर, कहा- रथी और सारथी का है संबंध
बांदा के जिला अधिकारी ड्राइवर बन गए हैं. जी हां, बांदा में जिलाधिकारी के चालक के रूप में तैनात इम्तियाज उद्दीन अपनी नौकरी से सेवानिवृत्त हो गए हैं. जिसके उपलक्ष्य में विदाई समारोह का आयोजन किया गया.
UP News: बांदा (Banda) के जिला अधिकारी ड्राइवर बन गए हैं. जी हां, बांदा में जिलाधिकारी के चालक के रूप में तैनात इम्तियाज उद्दीन अपनी नौकरी से सेवानिवृत्त हो गए हैं. जिसके उपलक्ष्य में विदाई समारोह का आयोजन किया गया. इस दौरान बांदा के जिलाधिकारी अनुराग पटेल ने पहले अपने चालक को माला पहनाकर और प्रतीक चिन्ह देकर सम्मान किया. इससे बाद एक कदम और आगे जाते हुए जिलाधकारी खुद अपनी सरकारी गाड़ी से इम्तियाज उद्दीन को घर तक छोड़ने गए.
खास बात यह है कि इस दौरान जिलाधकारी अनुराग पटेल ने चालक की सीट पर बैठ के खुद गाड़ी चलाई. जबकि अपने बगल की सीट पर सेवानिवृत्त हुए अपने ड्राइवर को बैठाया, जिसके बाद चालक इम्तियाज उद्दीन काफी भावुक हो गया.
चालक को किया सम्मानित
बांदा जिलाधिकारी कार्यालय में तैनात जिलाधिकारी के वाहन चालक इम्तयजुद्दीन कल अपनी सर्विस काल से सेवानिवृत्त हो गए. जिसके बाद जिलाधिकारी अनुराग पटेल द्वारा उनके सम्मान में कलेक्ट्रेट परिसर में विदाई समारोह का आयोजन किया गया. इस दौरान जिलाधिकारी सहित जनपद के समस्त प्रशासनिक अधिकारियों ने सेवा निवृत्त हुए वाहन चालक इम्तियाज उद्दीन को भावभीनी विदाई दी. इस दौरान जिलाधिकारी ने अपने वाहन चालक को माला पहनाकर और स्मृति चिन्ह भेंट कर उन्हें सम्मानित भी किया.
क्या बोले जिलाधिकारी?
इसके बाद जिलाधिकारी ने कहा कि चालक और अधिकारी का जो संबंध है वह रथी और सारथी का है. उन्होंने कहा कि महाभारत युद्ध में पांडवों को जिताने में जितना योगदान रथी का है, उससे कहीं ज्यादा योगदान सारथी का है. उन्होंने बताया कि साढ़े सात माह तक इम्तियाज उद्दीन ने उनके चालक के तौर पर दिन रात उनके साथ रहे हैं. इस दौरान उन्हें उनकी कभी कोई शिकायत नहीं मिली. जिलाधिकारी ने कहा कि उनकी अपनी सेवा काल में यह पहला मौका है, जब उन्हें अपने वाहन चालक की विदाई करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है. जिलाधिकारी के दिल को छू लेने वाले इस व्यवहार से इम्तियाज उद्दीन बहुत भावुक हो गए.
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