UP News: बांदा (Banda) में इन दिनों जल संरक्षण (Water Conservation) को लेकर जिला प्रशासन द्वारा एक बड़ी मुहिम चलाई जा रही. जिला प्रशासन प्राकृतिक व परम्परागत जल स्रोतों (Natural and Conventional Water Resource) को पुनर्जीवित करने का अभियान चलाया जा रहा है. उसी के तहत आज जिलाधकारी अनुराग पटेल (DM Anurag Patel) खुद ही तलाब में उतर पड़े और तालाब में जमी जलकुंभी को साफ करने लगे. जिलाधिकारी को तालाब में उतर कर सफाई करते देख बाकी अधिकारी भी इस मुहिम में जुट गए.
बांदा के डिंगवाही गांव में शुरू हुआ अभियान
अभियान के तहत बांदा के जिला अधिकारी अनुराग पटेल ने आज जनपद के डिंगवाही गांव से तालाबों में जमी जलकुंभी को साफ करने की शुरुआत की.जिलाधिकारी को तालाब में उतरता देख तमाम अधिकारी व कर्मचारी भी तालाब में उतर गए और इस अभियान में जुट गए. प्रशासनिक अधिकारियों को इस तरह से तालाब में उतर कर जलकुंभी की सफाई करते देख ग्रामीण भी उनका साथ देने आ गए. उन्होंने भी क्षेत्र के तालाबों से जलकुंभी को हटाकर तालाबों के अस्तित्व को बचाने का संकल्प लिया. इस दौरान नीति आयोग जल प्रबंधन समिति के सदस्य व जलयोद्धा उमा शंकर पांडे भी मौजूद रहे.
जल आंदोलन के जन आंदोलन बनाने की तैयारी
इस अवसर पर उमा शंकर पांडे ने कहा कि बांदा के जिलाधिकारी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जल आंदोलन को जन आंदोलन बनाने का काम कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि बांदा के जिलाधिकारी से जनप्रतिनिधियों और ग्रामीणों को प्रेरणा लेनी चाहिए. इस मामले में जिलाधिकारी अनुराग पटेल ने कहा, ' देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हम आजादी का अमृत महोत्सव मना रहे हैं. हमने भी जनपद के 80 अमृतसर सरोवर को चयनित कर उनके जीर्णोद्धार का संकल्प लिया है. उसी कड़ी में 50 तालाबों को साफ करने के लिए डिंगवाहि गांव से 'जलकुंभी हटाओ तलाब बचाओ' अभियान की शुरुआत की है.'
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