बांदा: लॉकडाउन में नहीं मिला काम, बेरोजगारी से परेशान होकर मजदूर ने दे दी जान
उत्तर प्रदेश के बांदा जिले में बेरोजगारी से तंग आकर एक मजदूर ने खुदकुशी कर ली. मजदूर के पिता रामदीन के अनुसार उनका बेटा मिस्त्री का काम किया करता था लेकिन पिछले दो माह से कोई काम न मिलने से बेरोजगार था.
बांदा, एजेंसी। कोरोना वायरस की वजह से हुए लॉकडाउन ने लोगों की कमर तोड़ कर रख दी है. बेरोजगारी की वजह से लोगों को आर्थिक समस्या का सामना करना पड़ रहा है. आर्थिक तंगी से लोग किस कदर परेशान हैं इसकी बानगी उत्तर प्रदेश के बांदा जिले में देखने को मिली है. जिले में बिसंडा थाना क्षेत्र के ओरन कस्बे में एक मजदूर ने बेरोजगारी से परेशान होकर कथित रूप से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. मजदूर की मौत के बाद पूरे गांव में मातम पसर गया.
ओरन पुलिस चौकी के प्रभारी उपनिरीक्षक सुल्तान सिंह ने मंगलवार को बताया कि 'सोमवार दोपहर कस्बे के कमासिन मार्ग में रहने वाले मजदूर सितार प्रजापति (35) का शव तालाब के किनारे लगे एक पेड़ से फांसी के फंदे पर लटका हुआ मिला. शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज पुलिस ने आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है.
पुलिस अधिकारी ने बताया कि मजदूर के पिता रामदीन के अनुसार उनका बेटा मिस्त्री का काम किया करता था लेकिन पिछले दो माह से कोई काम न मिलने से बेरोजगार था. इसी बेरोजगारी से परेशान होकर उसने संभवत: यह कदम उठाया है. सिंह ने बताया कि शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है और घटना की विस्तृत जांच की जा रही है.