Banda News: पहले जाल में फंसाया, फिर सैकड़ों लोगों को लगाया लाखों का चूना, बांदा में बैंक मित्र की सनसनीखेज धोखाधड़ी
UP News: यूपी के बांदा में एक जालसाज बैंक मित्र ने लोगों को अपने जाल में फंसाकर लाखों रुपए का चूना लगा दिया. जिसके बाद पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है.
Banda News: यूपी के बांदा में एक जालसाज बैंक मित्र द्वारा अपने गांव के भोले भाले लोगों के कई लाख रुपए का चूना लगाने का सनसनीखेज मामला सामने आया है. लोगों को बैंक जाने के बाद जब जानकारी हुई कि बैंक मित्र द्वारा जमा किये गए उनके खाते में पैसे बैंक में पहुंचे ही नहीं है तो उनके पैरों तले से जमीन खिसक गई. मामला बैंक की संज्ञान में आया तो पूरे मामले की छानबीन शुरू हुई और अब ग्रामीण और बैंक के द्वारा दी गई तहरीर के आधार पर आरोपी बैंक मित्र के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर बैंक और पुलिस द्वारा पूरे मामले की जांच की जा रही है.
क्या है पूरा मामला?
यह मामला बांदा के पैलानी थाना क्षेत्र के आर्यावर्त बैंक की पपरेन्दा शाखा का है, जहां इसी क्षेत्र के निबाइच गांव के सैकड़ों ग्रामीणों को ग्राहक सेवा केंद्र चलाने वाले एक बैंक मित्र बबलू प्रजापति ने लगभग 50 लाख से अधिक का चूना लगाया है. पीड़ित ग्रामीणों का कहना है कि बबलू प्रजापति गांव का रहने वाला था इसलिए बैंक संबंधी सभी काम हम लोग बबलू से गांव मे ही करवा लेते थे. वहीं बबलू से बैंक पासबुक में पैसा भी जमा कर देते थे और जब निकलवाना होता था तो निकलवा भी देता था. क्योंकि बैंक कर्मियों के बर्ताव सही ना होने के चलते उन्हें बबलू के माध्यम से अपना बैंक संबंधी कार्य करवाने में आसानी भी होती थी.
बबलू ने भोले-भाले ग्रामीणों की किसी बात का फायदा उठाते हुए इनके साथ जालसाजी करते हुए इनको चूना लगाना शुरू कर दिया. यह सब लगभग 2 वर्षो से चल रहा था लेकिन जब कुछ खाता धारक बड़ी रकम निकालने के लिए बैंक पहुंचे तब उन्हें अपने साथ हुए धोखाधड़ी की जानकारी हुई और उन्होंने बैंक के अधिकारियों से शिकायत की तभी ये पूरा मामला सामने आया. बैंक मित्र द्वारा लोगों के साथ लाखों रुपए की धोखाधड़ी का मामला जब आर्यव्रत बैंक के वरिष्ठ अधिकारियों के संज्ञान में आया तो उन्होंने पूरे मामले की जांच शुरू की.
इस पूरे मामले में आर्यव्रत के क्षेत्रीय प्रबंधक आरके त्रिवेदी का कहना है कि हमारी पपरेन्दा शाखा के अंतर्गत निबाइच गांव में बैंक मित्र बबलू काम करता है, जिसे सिर्फ 10 हजार रुपए तक जमा करने का अधिकार था. लेकिन गांव के लोगों को जानकारी ना होने के चलते वह बड़ी रकम भी बबलू के पास जमा करवाने के लिए दे देते थे जो फर्जी तरीके से लोगों की पासबुक में एंट्री भी कर देता था जब लोगों को निकालना होता था तो वह फर्जी तरीके से निकासी की भी इंट्री कर उन्हें पासबुक दे देता था. स्थानीय व्यक्ति होने के कारण उसने जनता को विश्वास में फंसाया और इसी विश्वास का फायदा उठाते हुए उसने लोगों के साथ पासबुकों में फर्जी एंट्री करके लाखों रुपए का चूना लगा दिया.
पुलिस कर रही मामले की जांच
कुछ लोगों को संदेह होने पर जब उन्होंने बैंक में अपने धनराशि के रिकॉर्ड के बारे में जानकारी की तो वह बैंक के कंप्यूटर पर नहीं थी जिसके बाद बैंक प्रशासन हरकत में आया और शाखा प्रबंधक ने अपने वरिष्ठ अधिकारियों को सूचित किया. जिसके बाद क्षेत्रीय प्रबंधक ने वरिष्ठ प्रबंधक के नेतृत्व में एक टीम बनाकर पूरे मामले की जांच करवाई. लिखित शिकायत के लिए कहा गया कि अब तक करीब 11 लोगों ने लिखित रूप से अपने साथ हुई धोखाधड़ी की शिकायत बैंक में उपलब्ध कराई है. क्षेत्रीय प्रबंधक का कहना है कि बैंक के कंप्यूटर में एंट्री ना होने की वजह से धोखाधड़ी की रकम का सही मूल्यांकन नहीं हो पा रहा है लेकिन लोगों के साथ धोखाधड़ी का यह मामला सही है. इस संबंध में जनपद के थाना पैलानी में आरोपी बैंक मित्र बबलू के खिलाफ एफ आई आर दर्ज करा दी गई है और और बैंक के स्तर पर इस मामले की पूरी जांच कराई जा रही है जिसके आधार पर आगे की कार्यवाही कर जनता को न्याय दिलाया जाएगा.
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