Banda News: सरकारी आवास खाली नहीं करने पर संविदा डॉक्टर के कमरे में लगाया ताला, CMO बोले- दोषी पर होगी कार्रवाई
UP के बांदा में एक दिव्यांग महिला डॉक्टर को कमरे में बंद करने का मामला सामने आया है. इस पूरे मामले में महिला ने सीएससी प्रभारी पर गंभीर आरोप लगाए हैं.
Lady Doctor Lock in The Room: बांदा में एक दिव्यांग महिला हेल्थ अधिकारी को उसके आवास में बाहर से ताला लगाकर घर मे कैद करने का सनसनीखेज मामला सामने आया है. इस मामले में महिला डॉक्टर ने सीएससी प्रभारी पर उसे आवास में कैद करने का आरोप लगाया है. बाद में स्वास्थ्य विभाग के अन्य अधिकारियों द्वारा ताला खोलकर डॉक्टर को बाहर निकाला गया. वहीं सीएससी प्रभारी का कहना है कि महिला डॉक्टर को आवास खाली करने के लिए नोटिस दिया गया था. आवास खाली न करना पड़े इसलिए महिला डॉक्टर द्वारा खुद से ही बाहर का ताला बंद करवया गया था. वहीँ इस पूरे मामले ने सीएमओ बांदा का कहना है कि पूरे मामले की जांच कराकर दोषी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
क्या है पूरा मामला
पूरा मामला सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र नरैनी का है. जहां आयुष विभाग में संविदा महिला डॉक्टर के तौर पर डॉ स्नेहलता लगभग 10 वर्षों से तैनात हैं. वह पैरों से दिव्यांग है. डॉक्टर स्नेहलता कल जिस समय आवास के अंदर थी उस समय उनके आवास के बाहर किसी ने ताला लगा दिया जिससे वह करीब 3 से 4 घंटे तक अपने आवास में ही कैद रही. डॉ स्नेह लता का आरोप है कि उनके आवास पर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सा अधीक्षक डॉ लवलेश पटेल के द्वारा ही ताला लगवाया गया है.
उनका कहना है कि जब वह सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में मरीजों को देख रही थी तभी अस्पताल का शौचालय सही ना होने की वजह से वह शौच के लिए अस्पताल परिसर में ही बने अपने आवास में आ गई थी. जिस समय वह बाथरूम के अंदर थी उसी समय चिकित्सा अधीक्षक द्वारा उनके आवास के मुख्य दरवाजे पर बाहर से ताला लगवा दिया गया. जिससे वह 3 से 4 घंटे अंदर ही कैद थी. बाद में दूसरे स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा ताला खोला गया. उन्होंने बताया कि कल ही वह अपने पुराने आवास जो ट्रेनिंग सेंटर में था उसे छोड़कर परिसर में बने पूर्व चिकित्सा अधिकारी के खाली आवास में रहने के लिए आई थीं.
सीएससी प्रभारी पर लगाए गंभीर आरोप
वहीं इस पूरे मामले में आरोपी चिकित्सा अधीक्षक डॉक्टर लवलेश पटेल का कहना है कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र परिषर में ए एन एम ट्रेनिंग सेंटर बना हुआ है जहां पर समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का कुछ स्टाफ रहता था. जिन्हें प्रशिक्षण के चलते सेंटर को खाली करने का निर्देश दिया गया था. जो लोग खाली नहीं कर रहे थे उनके विरुद्ध वेतन काटने की कार्रवाई भी की गई है. यहीं पर डॉ स्नेहलता भी रहती थीं. उनका कहना है कि समुदायिक केंद्र की आयुष चिकित्सक डॉ स्नेहलता ने पूर्व चिकित्सा अधिकारी डॉ अजय विश्वकर्मा के आवास पर कल अवैध रूप से कब्जा कर लिया मेरे द्वारा जब इसका विरोध किया गया तो डॉ स्नेहलता ने खुद ही अपने मुख्य द्वार में बाहर से ताला लगाकर साइड से बने दूसरे दरवाजे से अंदर चली गई और मुझ पर झूठा आरोप लगा रही हैं.
वहीं इस पूरे प्रकरण में बांदा के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर ए के श्रीवास्तव का कहना है कि पूरे मामले की जांच कराई जा रही है और जो भी दोषी होगा उसके विरूद्ध कड़ी कार्रवाई के लिए उच्च अधिकारियों को रिपोर्ट भेज दी जाएगी.
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