Banda News: उत्तर प्रदेश के बांदा में महिला सिविल जज को जान से मारने की धमकी मिली है. महिला जज को पंजीकृत डॉक द्वारा जान से मारने का धमकी भरा पत्र मिला है जो उनके आवास पर भेजा गया है. ये बात इसलिए और अहम हो जाती है क्योंकि करीब 4 महीने पहले बाराबंकी में तैनाती के दौरान महिला सिविल जज ने एक न्यायिक अधिकारी पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था और इस मामले में की जांच उच्च न्यायालय में चल रही है.
जानकारी के मुताबिक इस धमकी भेज चिट्टी की रजिस्ट्री आरएन उपाध्याय के नाम से की गई है. जिस लिफाफे में ये पत्र मिला है उसपर एक मोबाइल नंबर भी लिखा है. महिला सिविल जज ने इस मामले में 3 लोगों के खिलाफ साजिश रचने आरोप का लगाया है. पुलिस ने कोतवाली नगर में मुकदमा दर्ज कर लिया है. इस मामले में आगे की जांच की जा रही है.
महिला जज ने मांगी थी इच्छा मृत्यु
इससे पहले बीते साल दिसंबर में महिला न्यायिक अधिकारी ने अपने दो पन्नों के पत्र में चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया डीवाई चंद्रचूड़ को लिखी चिट्ठी में उनसे बाराबंकी में अपनी पद स्थापना के दौरान उनके (महिला न्यायिक अधिकारी) साथ हुई बदसलूकी और उत्पीड़न के बाद अपना जीवन समाप्त करने की अनुमति मांगी थी.
पीड़ित महिला सिविल जज की चिट्ठी सोशल मीडिया पर भी वायरल हो गई थी. इस चिट्ठी में लिखा था, ‘‘मुझे अब और जीने की तमन्ना नहीं है. मैं पिछले डेढ़ साल से जिंदा लाश की तरह हूं. अब मेरे जीवित रहने का कोई उद्देश्य नहीं है. कृपया मुझे मेरा जीवन सम्मानपूर्ण तरीके से समाप्त करने की अनुमति प्रदान करें.’’
उन्होंने ये पत्र सीजेआई को लिखा था और जिसमें इच्छा मृत्यु की मांग की थी. इस मामले की जांच हाई कोर्ट में चल रही है. इस बीच महिला सिविल जज को एक बार फिर से धमकी भरी चिट्ठी मिलने से मामला गर्मा गया है.
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