Banda News: यूक्रेन पर रूस की सैन्य कार्रवाई (Ukraine Russia War) के बीच हजारों भारतीय छात्र वहां फंसे हुए हैं. ऐसे में उन छात्रों को वापस लाना एक बड़ी चुनौती है. युद्ध के भयावह माहौल से बांदा के छात्र आलोक चंद्र की घर वापसी हुई है. आलोक यूक्रेन के इवानों शहर में मेडिकल की पढ़ाई कर रहे थे. रूस का हमला होने के बाद वो वहां फंस (Indian Student Returned From Ukraine) गए थे. जिसके बाद जैसे-तैसे वो बॉर्डर पहुंचे. आलोक ने कहा कि वहां पर हर दिन के साथ हालात और ज्यादा खतरनाक होते जा रहे हैं.   


यूक्रेन से लौटा बांदा का लाल


बांदा के बबेरू तहसील के मर्का थाना क्षेत्र में समगर गांव काा छात्र आलोक चन्द्र यूक्रेन से लौटे हैं. उनके पिता जगरूप निषाद माध्यमिक विद्यालय समगरा में सहायक अध्यापक पद पर कार्यरत हैं. 22 साल के आलोक यूक्रेन के शहर इवानों के फ्रांकीप मेडिकल कॉलेज में 2019 से एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहे थे. लेकिन रूस के हमले के बाद दूसरे छात्रों के साथ वो भी वहां फंस गए. ये वक्त उनके लिए बेहद परेशानी भरा था. 


ऑपरेशन गंगा के जरिए हुई वापसी


एक तरफ आलोक यूक्रेन में फंसे थे तो दूसरी तरफ युद्ध की विभीषिका को देखकर उसके परिजनों का भी बुरा हाल था. वो लगातार फोन के जरिए अपने बेटे की सलामती जान रहे थे. आलोक से उनकी बात हो रही थी लेकिन हालातों को देखते हुए उनसकी वतन वापसी बेहद मुश्किल लग रही थी. इन मुश्किलों के बीच भारत सरकार ने ऑपरेशन गंगा चलाया, जिसके तहत आलोक की सकुशल घर वापसी हो सकी. आलोक के घर लौटने से परिजन बेहद खुश हैं. उन्होंने आलोक को माला पहना कर और मिठाई खिलाकर उसका स्वागत किया. 


भारत सरकार को कहा शुक्रिया

 

इस दौरान आलोक ने बताया कि वहां के हालात दिन प्रतिदिन बहुत ही खराब होते जा रहे हैं हालांकि वह जिस जगह थे वहां खतरा कम था. लेकिन अब धीरे-धीरे वहां भी खतरा बढ़ता जा रहा था. ऐसे में किसी तरह वो बॉर्डर तक पहुंचे. जिसके बाद भारतीय दूतावास की मदद से वह सही सलामत अपने घर वापस लौट आए है. आलोक के परिजन भी उसकी वापसी से बेहद खुश हैं. 

 

ये भी पढें-