Banda: जल संचयन के काम में बांदा के जिलाधिकारी ने खुद जेसीबी चलाकर की मिट्टी की खुदाई, वीडियो वायरल होने के बाद बताई वजह
जिलाधिकारी ने कहा, सारी गाड़ियां चला लेता हूं तो जेसीबी चलाना कितना कठिन होता है मैं यह देख रहा था और चलाना सीख रहा था. जल संचयन मेरा प्रिय विषय है इसलिए जल संचयन में कुछ ना कुछ करता रहता हूं.
उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के बांदा में जिलाधिकारी (Banda District Magistrate) द्वारा जेसीबी चलाकर खुदाई करने का एक वीडियो वायरल हुआ है. बांदा के जिलाधिकारी अनुराग पटेल द्वारा इस समय जल संचयन (Rain Water Harvesting) को लेकर प्राकृतिक जल स्रोतों को पुनर्जीवित करने की मुहिम चलाई जा रही है. इसके तहत जनपद के कई सूखे हुए तालाबों, नदियों और झीलों को चिन्हित कर उन्हें पुनर्जीवित करने का कार्य किया जा रहा है.
वीडियो वायरल हुआ
इसी के तहत जनपद के नरैनी क्षेत्र में बहने वाली 21 किलोमीटर लंबी गहरार नदी पूरी तरह सूख चुकी है जिसको पुनर्जीवित करने के लिए वहां खुदाई का कार्य किया जा रहा है, जिसका निरीक्षण करने मौके पर पहुंचे जिलाधिकारी ने आज खुद कुछ समय जेसीबी में बैठकर नदी के रास्ते में जमी मिट्टी को खोदने का काम किया जिसका वीडियो अब वायरल हो गया है.
क्या काम हो रहा है
बांदा के जिलाधिकारी अनुराग पटेल द्वारा जनपद में इस समउ पूरी तरह से सूख चुके नदी, तालाब और झीलों को पुनर्जीवित करने का अभियान चलाया जा रहा है. उसी के तहत जनपद में कई जगह कार्य चल रहे हैं. इसी क्रम में जनपद के नरैनी क्षेत्र के बिल्हरका गांव में बहने वाली गहरार नदी पूरी तरीके से सूख चुकी है जिसको फिर से पुनर्जीवित करने के लिए इस समय खुदाई वह सफाई का कार्य चल रहा है.
ड्राइवर की सीट पर बैठे
जिलाधकारी आज गहरार नदी में हो रहे कार्य को देखने के लिए वहां गए थे. इस दौरान अचानक वे नदी के रास्ते से मिट्टी की खुदाई करने में लगी एक जेसीबी के ऊपर जाकर ड्राइवर की सीट में बैठ गए और खुद जेसीबी चलाकर मिट्टी की खुदाई करने लगे जिसका वीडियो वायरल हो गया.
जल संचयन प्रिय विषय-डीएम
इस मामले में जिलाधिकारी अनुराग पटेल का कहना है कि जल संचयन मेरा प्रिय विषय है इसलिए जल संचयन में कुछ ना कुछ कार्य करता रहता हूं. उन्होंने कहा कि 22 अप्रैल विश्व पृथ्वी दिवस के दिन हमने गहरार नदी, मरोली झील और चंद्रावल नदी सहित करीब 75 तालाबों के जीर्णोद्धार के कार्य की शुरुआत की थी और तभी से गहरार नदी और मरोली झील में मनरेगा के तहत कार्य चल रहा है.
डीएम ने और क्या बताया
जिलाधिकारी ने बताया कि 21 किलोमीटर लंबी गहरार नदी के कुछ पॉइंट ऐसे थे जहां मनरेगा श्रमिकों द्वारा कार्य नहीं किया जा सकता था आज उन्हीं छोड़े गए हिस्सों की खुदाई के लिए तीन जेसीबी मशीनों से श्रमदान के तहत निशुल्क खुदाई का कार्य किया किया जा रहा था. इसी का निरीक्षण करने मौके पर पहुंचे थे.
खुद खुदाई करने पर क्या कहा
जेसीबी पर बैठकर खुद खुदाई करने की बात पर जिलाधिकारी ने कहा कि, मुझे लगा कि मैं सारी गाड़ियां चला लेता हूं तो जेसीबी चलाना कितना कठिन होता है मैं यह देख रहा था और ड्राइवर से जेसीबी चलाना सीख रहा था. बता दें कि अब जिलाधिकारी द्वारा जेसीबी में बैठकर मिट्टी की खुदाई करने का वीडियो क्षेत्र में तेजी से वायरल हो रहा है और चर्चा का विषय बन गया है.