Banda Boat Accident: राखी बांधने फतेहपुर जा रही थी महिला, बांदा नाव हादसे में लापता, बच्चों का हुआ रो- रो कर बुरा हाल
UP News: बांदा नाव हादसे में मरका कस्बे के रहने वाली उजरिया देवी अभी भी लापता हैं. 11 अगस्त को रक्षाबंधन के दिन भाई को राखी बांधने के लिए फतेहपुर जिले में जा रही थी.
Banda News: बांदा नाव हादसे में रेस्क्यू टीम ने फतेहपुर और बांदा जिलों में शवों की तलाश कर रही है, लेकिन अभी भी कुछ लोग लापता है. दरअसल, मरका कस्बे के रहने वाले अनोखे लाल की पत्नी उजरिया, नदी पार करके फतेहपुर जनपद के कठौता गांव में अपने भाई को राखी बांधने जा रही थी. जिसके बाद वह नाव हादसे का शिकार हो गईं. 4 माह बाद उजरिया की बेटी की शादी होनी थी अब उजरिया के परिजन सदमे में हैं. दरअसल, मरका के रहने वाले अनोखेलाल नें भी इस हादसे में अपनी पत्नी को खो दिया है. अनोखेलाल की पत्नी का नाम उजरिया था जो 11 अगस्त को नदी के उस पार फतेहपुर जिले के कठौता गांव अपने भाई को राखी बांधने के लिए हादसे वाली नाव से जा रही थीं.
मां के घर से निकलते समय सो रही थी पूजा
बता दें कि अनोखे लाल की बेटी पूजा की शादी आने वाले 2 दिसंबर को होनी है. अनोखे लाल का कहना है कि जिस समय उसकी मां अपने भाई को राखी बांधने के लिए निकली थी, उस समय पूजा सो रही थी. जिसके चलते वह आखिरी बार अपनी मां से बात भी नहीं कर पाई. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि वह अपने परिवार के साथ 11 तारीख से रोज नदीं के घाट पर आते हैं और दूर-दूर तक चल कर अपनी पत्नी को ढूंढ़ते हैं, लेकिन 3 दिन हो जाने के बाद भी आज तक न तो उसकी पत्नी मिली और ना ही उसका शव बरामद हुआ है. जिसके चलते अनोखी लाल का पूरा परिवार इस समय सदमे में है और उसके बच्चों का रो रो कर बुरा हाल हो गया है.
अबतक बरामद हो चुके हैं 12 शव
वहीं बांदा के जिलाधिकारी अनुराग पटेल का कहना है आज दिन भर में रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान नदी से 9 शवों को बरामद किया गया है. इससे पहले 3 शव बरामद हो चुके थे. इस तरह से अब तक कुल 12 शवों को नदी से बरामद कर लिया गया है. जिलाधिकारी ने बताया कि इस हादसे में 17 लोगों को सुरक्षित भी बचाया गया है और अभी रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है कल सुबह से फिर बाकी बचे शवों को तलाशी अभियान चलाया जाएगा. उन्होंने बताया कि जितने शव बरामद हो चुके हैं उनके परिजनों को सरकार के निर्देशानुसार 4-4 लाख रुपए की धनराशि उनके परिजनों के खातों पर भेज दी गई है.