Banke Bihari Mandir Stampede: वृंदावन में बांके बिहारी मंदिर हादसे की जांच शुरू, लोगों से भी लिए जा रहे हैं सुझाव
Mathura News: साथ ही उन्होंने कुछ सेवायत गोस्वामियों और श्रद्धालुओं से भी बात की. उन्होंने मंदिर के सीसीटीवी कंट्रोल रूम के बाहर बनी बालकनी से घटना के समय की स्थिति का भी आकलन किया.
Mathura News: यूपी (UP) के मथुरा (Mathura) के वृंदावन (Vrindavan) में स्थित जग प्रसिद्ध ठाकुर बांके बिहारी मंदिर (Thakur Bankey Bihari Ji Temple) में बीते दिनों हुए हादसे की पुनरावृत्ति न हो, इसके लिए सरकार की ओर से दिए गए निर्देश के बाद प्रक्रिया लगातार तेज होती जा रही है. श्रीकृष्ण जन्माष्टमी (Krishna Janmashtami) पर ठाकुर बांके बिहारी मंदिर में मंगला आरती के दौरान अत्यधिक भीड़ के कारण दम घुटने से दो श्रद्धालुओं की मौत के मामले में सरकार की तरफ से गठित दो सदस्यीय जांच समिति ने अपनी जांच शुरू कर दी है.
समिति के अध्यक्ष यूपी के पूर्व डीजीपी सुलखान सिंह और अलीगढ़ सदस्य मंडलायुक्त गौरव दयाल ने मंदिर के प्रवेश निकासी द्वार समेत आस-पास की गलियों का निरीक्षण किया. मंदिर के सीसीटीवी कंट्रोल रूम के बाहर बनी बालकनी से घटना के समय की स्थिति का भी आकलन किया. साथ ही मंदिर वास्तुस्थिति को भी परखा. इस दौरान उन्होंने कुछ सेवायत गोस्वामियों और श्रद्धालुओं से भी बात की. उन्होंने मंदिर के सीसीटीवी कंट्रोल रूम के बाहर बनी बालकनी से घटना के समय की स्थिति का भी आकलन किया.
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इन बिंदुओं पर हो रही जांच
वहीं हादसे के क्या कारण रहे, ऐसे हादसे कैसे रोके जाएं और ऐसे हादसे की भविष्य में पुनरावृति न हो, इन मुख्य बिंदुओं को लेकर जांच समिति की ओर से 25 और 26 अगस्त को सुबह 10 से शाम 4 बजे तक पर्यटक सुविधा केंद्र में सुझाव लिए जा रहे हैं. यहां कोई भी अपने बयान या सुझाव लिखित रूप में दे सकता है. यदि कोई व्यक्ति अपने बयान रिकॉर्ड कराना चाहे तो उसके लिए भी व्यवस्था की गई है. सुझाव प्रक्रिया के पहले दिन गुरुवार को दर्जनों की संख्या में लोग पर्यटक सुविधा केंद्र पहुंचे.
लोगों से भी लिए जा रहे हैं सुझाव
लोगों ने अपने-अपने सुझाव लिखित रूप में दिए और कुछेक ने अपने सुझाव दर्ज कराए, जिसमें ज्यादातर लोगों के सुझाव यही थे कि मंदिर परिसर समेत आस-पास की गलियों में चौड़ीकरण कराया जाए. कुछ लोगों ने कॉरीडोर बनाने का भी समर्थन किया. कमेटी के अध्यक्ष पूर्व डीजीपी सुलखान सिंह ने बताया कि फिलहाल मंदिर समेत आस-पास के क्षेत्र का निरीक्षण करने के बाद लोगों से सुझाव लिए जा रहे हैं. साथ ही उन्होंने बताया कि वे विश्वनाथ कॉरीडोर और विंध्याचल कॉरीडोर का अवलोकन भी करेंगे. इसके बाद अगले चरण में जांच को आगे बढ़ाया जाएगा.