Barabanki News: उत्तर प्रदेश के बाराबंकी में नसीर हत्याकांड का पुलिस ने खुलासा करते हुए 6 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. बाराबंकी की स्वाट और सर्विलांस टीम के साथ थाना कोतवाली नगर की पुलिस ने इस हत्या के आरोपियों का पर्दा फाश करते हुए उन्हें सलाखों के पीछे पहुंचा दिया है. जांच में मालूम हुआ है कि कुर्सियों को लेकर हुए छोटे से विवाद की वजह से छोटू का मर्डर कर दिया गया.


बाराबंकी के नसीर हत्याकांड की जांच के बाद पुलिस ने जो खुलासा किया है, उसे जानकर आप भी हैरत में पड़ जाएंगे. दरअसल, बीते 15 अक्टूबर को कोतवाली आलापुर के रहने वाले मृतक नसीर के भाई मोहम्मद सईद कुरैशी ने थाना कोतवाली नगर को सूचना दी कि उसके भाई नसीर कुरैशी अपने दोस्तों के साथ पीर बाबा की मजार, कटरा गया था. रात में घर वापस आते समय उच्च प्राथमिक विद्यालय बदनपुरवा स्कूल के पास चार लोगों ने उसकी हत्या कर दी और शव को कुएं में फेंक दिया. मामले का संज्ञान लेते हुए पुलिस हत्या की धाराओं में केस दर्ज कर लिया और जांच शुरू कर दी. 


यह भी पढ़ें: Ghaziabad Gangrape Case: गाजियाबाद गैंगरेप मामले में पांच के खिलाफ FIR दर्ज, एक आरोपी गिरफ्तार


अलग-अलग जगहों से धरे गए आरोपी
एएसपी पूर्णेंदु सिंह के अनुसार, घटना से संबंधित आरोपियों की गिरफ्तारी के आदेश दिए गए. इसके बाद बाराबंकी की स्वाट और सर्विलांस टीम सहित पुलिस ने मैनुअल इंटेलीजेन्स एवं डिजिटल डेटा की मदद से भिठुहरा के रहने वाले सुनील, देशराज यादव, चन्दर यादव को गिरफ्तार कर लिया. इसके अलावा, बदनपुरवा थाना कोतवाली के रहने वाले शिव कुमार उर्फ टेनी, असमाबाद थाना इलाके के रहने वाले पवन कुमार और भट्ठापुरवा निवासी जगेसर को भी पकड़ा गया. वहीं, बरगरहा थाना इलाके से झब्बू यादव को भी पुलिस ने दबोच लिया. 


आरोपियों की निशानदेही पर वारदात में इस्तेमाल किए गए हथियार भी बरामद कर लिए गए, जिनमें 2 डंडे शामिल हैं. पूछताछ के दौरान जानकारी मिली कि ये आरोपी कटरा में पीर बाबा की मजार पर लगा मेला देखने गए थे. मेले में हो रहे कार्यक्रम में बैठने के लिए कुर्सी नहीं मिल रही थी, तो उन लोगों ने वहां के प्रधान से दो कुर्सियां मंगवाईं. लेकिन, कुर्सियों पर मृतक नसीर कुरैशी और उसका दोस्त बैठ गए. इससे पहले भी नसीर ऐसे ही दबंगई दिखाते हुए लोगों से दुश्मनी मोल लेता था. 


कुर्सी के विवाद को लेकर कर दी हत्या
इसी बात को लेकर आरोपियों ने प्लान किया और बदनपुरवा सरकारी स्कूल के पास पकड़ लिया. खेतों में गड़े डंडे उखाड़े और उसे पीटना शुरू कर दिया, जिसके नसीर ने दम तोड़ दिया. इसके बाद नसीर के शव को कुएं में फेंक कर फरार हो गए.