Barabanki News: यूपी के बाराबंकी में पुरानी रंजिश के चलते दबंग युवक कल्लू, शुभम और ब्रजेश ने 15 वर्षीय किशोर शशांत को गोमती नदी के पुल से नीचे फेंक दिया, लेकिन वो बच निकला. मौत के मुँह से निकले किशोर को बाराबंकी ट्रामा सेंटर में भर्ती करवाया गया हैं. लेकिन घटना के बाद से थाना सतरिख पुलिस आरोपियों के खिलाफ कार्यवाही करने की बजाय न सिर्फ पीड़ित परिवार को बल्कि घटना में जिन लोगों ने गवाही दी, उन्हें जबरन थाने में बैठा उनको धमकाती रही. फिलहाल पुलिस अधीक्षक के आदेश पर अभियुक्तों के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया.
यह मामला उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले के थाना सतरिख अंतर्गत सिकंदरपुर गांव का हैं. ट्रामा सेंटर बाराबंकी के इमरजेंसी वार्ड में भर्ती ये हैं. 15 साल का शशांत कश्यप जो घटना को बताते बताते काँप उठता हैं. पीड़ित शशांत के अनुसार 23 जून की शाम 5 बजे वो अपने घर से दौड़ने के लिए बाहर निकला था. तभी यह पूरी घटना हुई. उसने बताया कि कुछ लोगों ने मुझे पकड़कर नदी के किनारे फेंक दिया. जिससे वह कंटीली झाड़ियों में फंस गया. फिर उसे एक युवक ने झाड़ी से निकालकर ट्रामा सेंटर में भर्ती करवाया.
क्या बोले पीड़ित के पिता
पीड़ित के पिता बसंत का कहना है कि जिन लोगों ने उसे मार डालने की नीयत से पुल से नीचे फेंके हैं. उनसे उनकी रंजिश चली आ रही है. जिसका मुकदमा भी चल रहा है. जिस दिन घटना बताई जा रही उस दिन जब समय ज्यादा हुआ तो वो लोग शशांत को खोजने घर से निकले. शशांत के दोस्तों ने ही बताया था कि वो दौड़ने के लिए गांव से बाहर गौरियाघाट गोमती नदी की ओर निकला था. तभी यह घटना हुई है.
पुलिस का अभी तक कोई बयान जारी नहीं
पूरी घटना में अब तक पुलिस सभी आरोपियों को बचाने में लगी है. गंभीर धाराओं में एफआईआर दर्ज होने के बाद गांव में सभी आरोपी खुलेआम घूम रहे हैं. पूर्व में यही आरोपी पीड़ित परिवार पर जान लेवा हमला बोल चुका है. जिसका वीडियो भी सामने आने के बाद पुलिस कोई आगे की कार्रवाई नहीं कर रही है. घटना में पुलिस की ओर से कोई बयान जारी नहीं हुआ है.
क्या बोले एसपी अखिलेश नारायण
एसपी अखिलेश नारायण का कहना है कि जांच चल रही है. रास्ते मे जो सीसीटीवी फुटेज देखे गए उसमें आरोपी नहीं दिखे. जबकि घटना स्थल तक जाने के लिए कई रास्ते हैं.आपको बता दे इन दिनों सतरिख थाना क्षेत्र में पुलिस के खिलाफ लोगों का जबरदस्त आक्रोश हैं भारतीय किसान यूनियन ने भी पुलिस के खिलाफ कई मामले को लेकर 5 जुलाई को थाने का घेराव करने वाली हैं. फिलहाल ट्रामा सेंटर बाराबंकी में 23 जून से भर्ती शशांत कश्यप को 10 दिन बाद डॉक्टरों ने डिस्चार्ज कर दिया है. वही मामले में पुलिस विवेचना कर रही हैं.
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