Barabanki News: बारिश के बाद किसानों की फसल डूबी, कृषि अधिकारी ने कहा- फसल बीमा कराने वाले किसान को मिलेगा मुआवजा
यूपी के बाराबंकी में हुई बारिश के बाद किसानों की फसल बर्बाद हो गई है. जिला कृषि अधिकारी संजीव कुमार ने बताया कि फसल का बीमा करने वाले किसान को मुआवजा मिलेगा.
UP News: यूपी के बाराबंकी जिले में हुई जोरदार बारिश की वजह से किसानों की धान की फसल डूब गई है. वहीं धान की फसल बरसात के दौरान तेज आंधी आने की वजह से गिर चुकी है. पहले सूखा और अब बारिश ने किसानों की कमर तोड़ दी है. सबसे ज्यादा फसल सरयू नदी के तराई में बर्बाद हुई है. जहां न सिर्फ धान बल्कि गन्ना की फसल भी प्रभावित हुई है. राजधानी लखनऊ के सबसे करीब जनपद बाराबंकी में न सिर्फ आलू टमाटर मेंथा और सब्जी की पैदावार अच्छी होती हैं, बल्कि धान की खेती के साथ ही घाघरा नदी के आसपास गन्ना भी भारी मात्रा में किसान पैदा करते हैं, लेकिन इस बरसात की वजह से रानीमऊ तटबंध और एल्गिन चरसरी बांध के अंदर हजारों बीघा धान पानी में डूब गया.
वही तराई क्षेत्र के साथ साथ मैदानी इलाकों में भी बरसात ने धान की फसल को चौपट कर किया है. पिछले वर्ष भी जबरदस्त हुई बरसात ने किसानों की धान की फसल को बर्बाद कर दिया था. इस वर्ष भी किसानों को उम्मीद थी, लेकिन सितंबर माह में हुई बारिश ने किसानों के मेहनत पर पानी फेर दिया है.
किसान कर सकते हैं शिकायत
बाराबंकी के जिला कृषि अधिकारी संजीव कुमार ने बताया कि "किसान भाईयों को पहली बात बता दें कि उन्हें ज्यादा चिंता करने की आवश्यकता नहीं है. प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के अंतर्गत जिन भी किसान भाइयों ने फसल बीमा करवाया हैं, उनका क्रॉप कटिंग के आधार पर जो भी मुआवजा बनेगा वो देंगे और अगर कोई व्यक्तिगत अपना किसान भाई सर्वे करवाना चाह रहे हैं तो फसल बीमा कम्पनी का टोल फ्री नम्बर 1800 8896 868 पर फोन करके अपनी शिकायत दर्ज करवा सकते हैं या फिर अपने नजदीकी कृषि विभाग के ब्लॉकों पर कार्यालय है वहां अपनी एप्लिकेशन दे सकते हैं या बैंक में अपनी शिकायत दे सकते हैं.
50 हजार किसानों ने कराया है बीमा
जिला कृषि अधिकारी ने बताया कि हम लोग इसका सर्वे करवाकर उसका जो भी नुकसान हुआ होगा उसका मुआवजा दिया जाएगा. पिछले वर्ष 34,634 किसानों को 16 करोड़ 44 लाख रुपये का मुवावजा दिया गया था. पहले स्थिति ऐसी नहीं थी. एक ही दिन में ही 195 mm बारिश हुई हैं. जो हमारी लालमती प्रजाति है या बासमती वाली जो जल्दी हो रही थी थोड़ी सी गिर गयी है और जो नार्मल हाइब्रिड वाला धान था वो नही गिरा है. बारिश में मुख्यतः धान की फसल प्रभावित हुई हैं. बाढ़ क्षेत्र में जहा गन्ना बोया है गन्ना पलट गया हैं कृषि अधिकारी ने कहा इस बार 89,512 किसानों ने बीमा करवाया है. जो कि अच्छी संख्या है. बीते वर्ष 50 हजार किसानों ने बीमा करवाया था लेकिन इस वर्ष अच्छी संख्या है इसका लाभ किसानों को मिलेगा.