Barabanki: नशे में धुत डॉक्टर ने इलाज की जगह शुरू कर दी अभद्रता, अस्पताल में डेढ़ साल की बच्ची की मौत, जांच शुरू
उत्तर प्रदेश के बाराबंकी के अस्पताल में एक डेढ़ साल की बच्ची ने दम तोड़ दिया. इसके बाद नाराज परिजनों ने जमकर हंगामा किया. मामले में जांच कमेटी का गठन किया गया है.
UP News: बाराबंकी (Barabanki) जिले में एक सरकारी अस्पताल में डेढ़ साल की एक बच्ची की डॉक्टरों की लापरवाही के कारण मौत हो गई. इसके बाद परिजनों ने ग्रामीणों के साथ मिलकर हंगामा किया. वहीं ऐसे आरोप हैं कि डॉक्टरों ने बच्ची के परिजनों के साथ अभद्रता की जिसका वीडियो सोशल मीडिया (Social Media) पर भी मौजूद बताया जा रहा है. वीडियो सामने आने और परिजनों की शिकायत के बाद मुख्य चिकित्सा अधिकारी (CMO) ने एक समिति गठित कर जांच कराने के निर्देश दिए हैं.
नशे की हालत में अस्पताल पहुंचा डॉक्टर
यह घटना जिले के सिरौली गौसपुर अस्पताल की है. यहां मुख्य चिकित्सा अधीक्षक (सीएमएस) ने आरोपी डॉक्टर को ड्यूटी से हटाकर तीन डॉक्टरों की टीम बनाकर आरोपों की जांच शुरू करा दी है. परिजनों ने बताया कि सिरौली गौसपुर के 100 बेड के अस्पताल में कमोली गांव निवासी विजय रावत अपनी डेढ़ वर्ष की भतीजी परी को लेकर रविवार की रात पहुंचे थे. बच्ची के गले में मक्के का दाना अटक गया था. परिजनों का दावा है कि अस्पताल में रात्रिकालीन प्रभारी डॉक्टर धर्मेंद्र गुप्ता मौजूद नहीं थे और एक घंटे बाद नशे की हालत में वह पहुंचे. परिजनों का आरोप है कि गुप्ता ने पीड़ित बच्ची की मां से अभद्रता की और कहा कि दूसरी बेटी पैदा कर लो. डॉक्टर द्वारा बच्ची के परिजनों से अभद्रता का यह वीडियो सोशल मीडिया पर प्रसारित हो रहा है.
इलाज के अभाव में हो गई बच्ची की मौत
परिजनों ने आरोप लगाया कि उपचार न मिलने की वजह से बच्ची की मौत हो गई. बच्ची की मौत के बाद परिजनों ने ग्रामीणों को सूचना दी और कुछ देर में ग्रामीणों ने वहां पहुंचते ही हंगामा शुरू कर दिया. जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई. इस संबंध में सिरौली गौसपुर की सीएमएस डॉ. नीलम गुप्ता ने बताया कि आरोपी डाक्टर को ड्यूटी से हटाकर तीन डॉक्टरों की टीम बनाकर आरोपों की जांच कराई जा रही है. उन्होंने कहा कि दोषी पाए जाने पर कठोर कार्रवाई की जाएगी.
सीएमओ ने दी यह जानकारी
मुख्य चिकित्साधिकारी अवधेश कुमार यादव ने मंगलवार को बताया कि वीडियो तहसील सिरौली गौसपुर में तैनात डॉक्टर धर्मेंद्र गुप्ता का है. पीड़ित परिजनों की शिकायत पर डॉक्टर द्वारा असभ्य भाषा के इस्तेमाल और लापरवाही बरतने के आरोप पर एक समिति बनाकर जांच कराई जा रही है. जांच में दोषी पाए जाने पर सख्त करवाई की जाएगी. थाना बदोसराय प्रभारी अमित मिश्रा ने बताया कि मामला उनके संज्ञान में है, लेकिन मामले की कोई तहरीर प्राप्त नहीं हुई है. घटना की जांच पड़ताल विभागीय स्तर पर की जा रही है.
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