Barabanki Flood: बाढ़ पीड़ितों को नहीं मिली मदद, गांव में फैली गंदगी से हो रहीं बीमारियां, मुख्य सचिव ने निरीक्षण में जाना सच
Barabanki News: बाराबंकी के एक गांव में निरीक्षण के दौरान मुख्य सचिव खाद्य ने 6 माह की बच्ची को खीर खिलाई, वहीं कई अनियमितताओं को देखते हुए नाराज भी हो गईं और अधिकारियों को डांट लगाई.
Barabanki News: उत्तर प्रदेश के बाराबंकी में बाढ़ प्रभावित इलाकों से पानी कम होने के बाद बीमारियों का खतरा काफी बढ़ गया है. प्रदेश सरकार बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए लगातार अधिकारियों को निर्देश दे रही है. बाराबंकी पहुंची मुख्य सचिव वीणा कुमारी मीना का बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण किया और सिकरी जीवल विकासखंड पूरेडलई में संचारी रोग नियंत्रण कार्यक्रम का निरीक्षण करने भी पहुंच गईं.
निरीक्षण के दौरान मुख्य सचिव ने उमरहरा गांव के आने-जाने वाले रास्ता को जल्द से जल्द सही कराने के निर्देश दिए हैं. इसी के साथ, सिकरी जीवल प्राथमिक विद्यालय का निरीक्षण भी किया, जहां परिसर के अगल-बगल गंदा पानी भरा होने से उन्होंने नाराजगी जताई और उसे जल्द से जल्द निकालने के निर्देश दिए हैं. वीणा कुमारी मीना ने स्कूल में बच्चों को मिलने वाले मिड डे मील की भी जांच की और जानकारी ली कि रोज ऐसा ही भोजन मिलता है या नहीं.
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बच्ची को खिलाई खीर, मां का जाना हाल
कार्यक्रम के दौरान सीकरी जीवल की आशा बहू का निरीक्षण करते समय वीणा कुमारी ने 6 महीने की बच्ची को खीर खिलाई और उसकी मां को पुष्टाहार भेंट करते हुए उसका हाल जाना. वहीं, बाढ़ प्रभावित इलाकों का भी उन्होंने दौरा किया.
बाराबंकी जिले के तहसील रामसनेहीघाट के गांव का निरीक्षण प्रमुख सचिव खाद्य वीणा कुमारी और रसद विभाग, सीडीओ एकता सिंह ने किया. बाढ़ पीड़ितों ने अपनी परेशानियों से अधिकारी को अवगत कराया. वहीं, उन्होंने बताया कि एक बार राहत सामग्री मिलने के बाद दोबारा नहीं मिली. ना गांव में किसी प्रकार की दवा का छिड़काव किया और न ही स्वास्थ्य विभाग के द्वारा लोगों को किसी भी प्रकार की दवा दी गई. जबकि क्षेत्र में बाढ़ से डेंगू और बाकी कई बीमारियों से लोग पीड़ित हैं.
ग्रामीणों ने मुख्य सचिव से की शिकायत
इसके अलावा, उन्होंने देखा कि 4 साल से बिजली के तार खंभे से एकदम नीचे लटके हुए थे. लगातार लोगों को उससे टकराने का खतरा बना रहता था और बड़ी दुर्घटना हो सकती थी. लेकिन, तारों को कभी हटाया नहीं गया. आज अधिकारियों के आने से पहले सभी खंभों पर तार खींचकर उसे सही किया गया, जबकि इससे पहले किसी भी प्रकार की सरकारी सहायता नहीं मिली. इतना ही नहीं, किसानों को पिछले साल की डूबी फसलों का मुआवजा भी नहीं मिला, तो इस साल क्या उम्मीद करें.
ग्रामीणों ने बताया कि आज ही सफाई कर्मचारी आए हैं और गांव की सफाई कर के गए हैं. इससे पहले कोई भी सफाई कर्मचारी मौके पर नहीं आया. अधिकारी ने ब्लॉक बारिन बाग पूरे डलई के विकास खंड आधिकारी को फटकार लगाते हुए बताया कि स्कूल के बगल में जो गंदगी है और पानी भरा हुआ है, उसे तुरंत यहां से हटवाएं क्योंकि इसी गंदगी से डेंगू जैसी बीमारी फैल रही हैं.