Barabanki News: उत्तर प्रदेश के बाराबंकी (Barabanki) जिले में भले ही सरयू (Saryu) नदी का जलस्तर कम हो रहा हो लेकिन बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में रह रहे लोगों की मुश्किलें कम होती नही दिख रही है. जलस्तर कम होने के बाद वायरल फीवर, खांसी, जुकाम और त्वचा की तमाम  बीमारियों से लोगो को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा हैं.


ग्रामीणों का आरोप है कि अभी तक राशन किट नही मिली है और न ही बीमारियों में स्वास्थ्य विभाग के पास जरूरी दवाएं है. वहीं हेतमापुर बांध पर झोपड़ी बनाकर रह रहे बाढ़ प्रभावित लोगों से मुलाकात कर जिलाधिकारी अविनाश कुमार ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के लोगों की मदद को लेकर सभी जरूरी विभागों को निर्देश दिए हैं.


अब डीएम ने दिए ये निर्देश
डीएम ने बाढ़ क्षेत्र में हायर रिश्क प्रेग्नेंट लेडी को हॉस्पिटल में रखकर उनकी देखरेख करने के निर्देश दिए हैं. वहीं राशन किट भी जल्द उपलब्ध करवाने के लिए निर्देशित किया गया हैं. सीएमओ बाराबंकी डॉ अवधेश कुमार यादव का कहना है कि बाढ़ क्षेत्र में डॉक्टरों की टीम को लगाया गया है. फिलहाल जिंले की रामनगर, सिरौलीगौसपुर और रामसनेहीघाट तहसील के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का यही हाल है जहां की समस्याओं के निस्तारण को लेकर डीएम ने निर्देश दिए हैं.


यह भी पढ़ें:- Azam Khan News: जौहर यूनिवर्सिटी में हर दिन खुल रहे नए राज, जमीन से निकली मशीन, दीवार में मिली किताब, अब....


लोगों को नहीं मिल पा रही दवाएं 
बाराबंकी जिले के रामनगर, सिरौलीगौसपुर और रामसनेहीघाट तहसील के लगभग सैकड़ों गांव इन दिनों सरयू नदी में आई बाढ़ के पानी से प्रभावित है. घाघरा नदी का जलस्तर खतरे के निशान से नीचे आने के बाद जलस्तर कम होता जा रहा हैं लेकिन बाढ़ का पानी कम होने से बाढ़ पीड़ितों की दिक्कतें कम नही हुई हैं. ललपुरवा निवासी प्रादुम कुमार ने बताया कि 40 घर डूब गए हैं उनकी 15 बीघा धान की फसल डूब गई हैं. बाढ़ घटने से बीमारी आती हैं, वायरल फीवर भी है डॉक्टर आते हैं लेकिन स्वास्थ्य विभाग की जो टीम है उनके पास दवा उपलब्ध नही है.


ग्रामीणों का आरोप है कि मेडिकल टीम के पास जरूरी दवाई नहीं है. ग्रामीणों का कहना है लोग ज्यादा है इसलिए दवाइयां खत्म हो जाती हैं, दवाई लेने आते हैं तो डांट देते हैं. 4 -5 दिन से सिर्फ खाना मिल रहा हैं. वहीं हेतमापुर गांव का निरीक्षण करने के बाद जिलाधिकारी अविनाश कुमार का कहना है बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के लोगों की समस्याओं का निस्तारण करवाने के लिए निर्देश दिए गए हैं. 


यह भी पढ़ें:- Mukhtar Ansari News: 59 साल के मुख्तार अंसारी पर 59 मुकदमे, 34 साल में पहली बार हुई सजा, अब दहशत में कट रही रातें