Barabanki News: कहते हैं कि एक बेटा अपने पिता की गोद में बिल्कुल महफूज होता है. बाराबंकी में पिता के बगल लेटे उसके बेटे को कुछ लोग देर रात में उठाकर ले जाने लगते हैं तो इसी दौरान पिता की आंख खुलती है और वह इसका विरोध करते हैं. लेकिन अपहरणकर्ता उसके पुत्र का अपहरण कर लेते हैं और मोटरसाइकिल से भाग निकलने में सफल होते हैं. दरअसल, यह घटना बाराबंकी की है जहां सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने छानबीन शुरू की. पिता उमेश चन्द्र की तहरीर के आधार पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया.
क्या है पूरा मामला?
बाराबंकी पुलिस को तत्काल गिरफ्तारी करने के आदेश पर स्वाट टीम और थाना कोठी पुलिस ने 3 अपहरणकर्ताओं सोनू, जितेन्द्र, गोविन्द को गिरफ्तार कर लिया. इसी के साथ आरोपियों के कब्जे से एक मोटरसाइकिल बरामद की गई है. अपर पुलिस अधीक्षक मनोज पांडेय ने जानकारी देते हुए बताया कि आरोपियों से पूछताछ करने के बाद सामने आया कि सोनू और उसके भाई जितेन्द्र और गांव के ही गोविन्द ने मिलकर उमेश चन्द्र के 8 साल के बेटे का अपहरण कर फिरौती के लिए 2 लाख रूपये मांगने की योजना बनाई.
पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर भेजा जेल
योजना के मुताबिक सोनू और जितेन्द्र ने गोविन्द की मोटरसाइकिल लेकर रात 2 बजे जब उमेश चन्द्र उसके 8 वर्षीय साल का बेटा घर के बाहर सो रहा था, तभी जाकर अपहरण कर लिया और फिरौती के लिए 2 लाख रूपये की मांग की. पुलिस की लगातार की जा रही चेकिंग के बाद आरोपी सोनू और जितेन्द्र ने 8 साल के बच्चे को रामसनेहीघाट में एक परिचित के यहां छोड़ दिया और कहा कि यह मेरी बहन का लड़का है. इसे सुबह आकर अयोध्या ले जायेंगे, जहां से पुलिस ने 8 साल के बच्चे को बरामद कर लिया. साथ ही आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.
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